Jamtara News: जामताड़ा के करमाटांड़ प्रखंड क्षेत्र में संचालित वृहद पेयजल योजना के तहत मोहनपुर गांव में हो रहे कार्यों की अनियमितता को लेकर को ग्रामीणों ने विरोध प्रदर्शन किया. ग्रामीणों ने बताया कि एक केंद्र सरकार और राज्य सरकार के महत्वाकांक्षी योजना है जो घर-घर जल पहुंचने का कार्य किया जाएगा. जिस पर संवेदक की तरफ से कार्य में कोताही बरती जा रही है.
ग्रामीणों ने बताया कि इसमें जिस प्रकार से चार दिवारी दी जा रही है उसमें चिमनी ईट का प्रयोग करना है, लेकिन यहां के संवेदक की तरफ से मनमानी करते हुए बांग्ला ईंट का प्रयोग किया गया है, जो बिल्कुल ही गलत है. जिस पर अभिलंब कार्रवाई करने की मांग किया. मामले को लेकर उन्होंने बताया कि पूर्व में भी इस बात को लेकर विभाग से बातचीत की गई थी. साथ ही कार्रवाई की मांग की गई है जिसको लेकर चार दिवारी को तोड़ने का कम किया जा रहा था.
हालांकि, मामले की जानकारी मिलते ही विभाग के गुणवत्ता अभियंता शुभम कुमार मंडल कार्यस्थल पर पहुंचकर जांच किया. उन्होंने बताया कि चार दिवारी को तोड़ने के लिए प्रपत्र निकल गया है. संवेदक को इसकी जानकारी दी गई है जल्दी सारा दीवार को तोड़ने का आदेश दिया गया है. गुणवत्तापूर्ण कार्य हो इसके लिए मानक अनुरूप कार्य करने के लिए कहा गया था.
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इधर, ग्रामीणों ने ये भी आरोप लगाया है कि जलमीनार का निर्माण तो हो चुका है, उसमें भी बहुत से त्रुटियां हैं उसे पर भी विभाग को उच्च स्तरीय जांच करनी चाहिए. सरकार के महत्वाकांक्षी योजनाओं में गुणवत्ता का अभाव के खिलाफ ग्रामीण त्रिपुरारी सिंह ,गणेश पंडित, गोपाल सिंह, कृष्णा मोहन सिंह सीताराम बास्की राजीव महतो पवित्र पंडित हरि बोल सिंह चंद्रशेखर भैया राजू रजवार मैनेजर मोहाली छोटू मोहाली अनिल बास्की समेत कई लोगों ने कार्य की अनियमित का विरोध किया.
रिपोर्ट: देवाशीष भारती