मोतिहारी: बिहार के पूर्वी चंपारण जिले से एक बड़ी प्रशासनिक कार्रवाई की खबर सामने आई है. रक्सौल के तत्कालीन डीएसपी धीरेन्द्र कुमार को भ्रष्टाचार, भूमाफियाओं से संबंध और नशा कारोबार को संरक्षण देने के गंभीर आरोपों के बाद गृह विभाग ने निलंबित कर दिया है. गृह विभाग ने यह कार्रवाई डीआईजी बेतिया की रिपोर्ट और कई संगीन मामलों की पुष्टि के बाद की है.
बताया जा रहा है कि रक्सौल में धीरेन्द्र कुमार के कार्यकाल के दौरान अपराधियों और माफियाओं का मनोबल चरम पर था. रक्सौल में नशा कारोबार छोटे उद्योग के रूप में फल-फूल रहा था. युवाओं का भविष्य नशे में तबाह हो रहा था और भूमाफियाओं की दबंगई इतनी बढ़ गई थी कि आम लोगों के लिए अपनी ही जमीन बचाना मुश्किल हो गया था. शहर में चर्चा थी कि डीएसपी धीरेन्द्र कुमार के आवास पर दलालों का दरबार लगता था. कई बार दलाल खुद को डीएसपी का करीबी बताकर लोगों से उगाही करते थे. ऐसे ही एक मामले में एक दलाल का डीएसपी के साथ फोटो वायरल हुआ था जिसके बाद डीआईजी के आदेश पर उसे जेल भेजा गया था.
एक और बड़ा खुलासा डीबीआर कंपनी से जुड़ा है. यह कंपनी देश भर के युवा-युवतियों को नौकरी के नाम पर रक्सौल बुलाकर बंधक बनाकर यौन शोषण और वसूली का गोरखधंधा चला रही थी. आरोप है कि इस गैंग के सरगना एनामुल के साथ डीएसपी धीरेन्द्र कुमार के मधुर संबंध थे. कई गंभीर मामलों के बावजूद डीएसपी ने डीबीआर गैंग पर कभी सख्त कार्रवाई नहीं की. डीआईजी हरिकिशोर राय की रिपोर्ट में धीरेन्द्र कुमार पर कई गंभीर आरोप प्रमाणित पाए गए. जिसमें एक कपड़ा व्यापारी से रिश्वत लेना, भूमाफियाओं के साथ संदिग्ध सांठगांठ और कई मामलों में बिना जांच के अनुचित पर्यवेक्षण आदेश जारी करने जैसी अनियमितताएं शामिल थीं. उनके करीबी सिपाही नीरज कुमार की भूमिका भी संदिग्ध पाई गई.
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सूत्रों के मुताबिक धीरेन्द्र कुमार ने अपने कार्यकाल में अकूत संपत्ति अर्जित की थी. उनके करीबी लोग बताते हैं कि वह महंगे महंगे गिफ्ट और कैश की मांग करते थे. उनके सरकारी आवास पर लगातार दलालों का आना-जाना लगा रहता था. बेतिया डीआईजी की जांच रिपोर्ट के आधार पर पहले धीरेन्द्र कुमार को रक्सौल डीएसपी पद से हटाकर मुख्यालय में भेजा गया था. अब गृह विभाग ने उन्हें सस्पेंड कर दिया है. मामले की जांच आगे भी जारी है. चर्चाएं हैं कि अगर कॉल डिटेल रिकॉर्ड (सीडीआर) की जांच होती है तो कई बड़े खुलासे हो सकते हैं.
इनपुट- पंकज कुमार
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