Raxaul Municipal Council: नगर विकास एवं आवास विभाग का एक पत्र जारी हुआ और रक्सौल नगर परिषद के मुख्य पार्षद धुरपति देवी के आरोप में तत्काल क्षण से वर्तमान से पूर्व मुख्य पार्षद बन गई. रक्सौल नगर परिषद के मुख्य पार्षद धुरपति देवी को विभाग ने भ्र्ष्टाचार के आरोप में बर्खास्त कर दिया है. इस खबर सुनते ही रक्सौल में राजनीतिक हलचल बढ़ गई. क्यूकी मुख्य पार्षद के पुत्र सुरेश यादव राजद के कद्दावर नेता एवं रक्सौल विधानसभा से राजद के प्रत्याशी रहे है.
मुख्य पार्षद धुरपति देवी पर आरोप है की पिछले 8 महीनों में बिना बोर्ड की बैठक बुलाए करीब 7 से 8 करोड़ रुपए की उपस्कर खरीददारी अवैध तरीके से किया गया . नगर परिषद में सहायक की बहाली में भी नियम की अनदेखी कर की गई. उपकर खरीद कर रक्सौल शहर में जहाँ तहाँ गढ़े में फेंक दिया गया. जिसे ज़ी मिडीया ने प्रमुखता से दिखाया था.
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इस उपस्कर खरीद घोटाले एवं अवैध बहाली की शिकायत रक्सौल के पार्षदों के शीसमण्डल ने मोतिहारी डीएम से किया था. डीएम ने रक्सौल एसडीओ से जांच करा कर 27 नवम्बर 24 को रिपोर्ट नगर विकास एवं आवस विभाग Zero भेज दिया था. नगर विकास विभाग ने 25 फरवरी को मुख्य पार्षद धुरपति देवी से आरोपो से सबंधित स्पष्टीकरण का मांगा. लेकिन मुख्य पार्षद के द्वारा समर्पित स्पष्टीकरण का जवाब संतोषजनक नही था. इसलिए नगर विकास एवं आवास विभाग ने 5 अगस्त को मुख्य पार्षद के पद से पदमुक्त कर पत्र जारी कर दिया.
मुख्य पार्षद के बर्खास्तगी की खबर सुनते ही पूरे रक्सौल में राजनीतिक हलचल बढ़ गई..पूर्व मुख्य पार्षद पुत्र सुरेश यादव राजद ने नेता है और पूर्व में रक्सौल विधानसभा से राजद के उम्मीदवार रह चुके है. इसलिए इसका सीधा असर विधानसभा पर पड़ना स्वाभिवक है.
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