trendingNow/india/bihar-jharkhand/bihar02865855
Home >>BH East Champaran

Chiraia Assembly Seat: चिरैया सीट पर 2020 में खिला था कमल! क्या इस बार भी रहेगा BJP का दबदबा? समझिए समीकरण

Chiraia Assembly Seat: पूर्वी चंपारण जिले के चिरैया विधानसभा सीट की सियासी लड़ाई आगामी चुनाव को लेकर बेहद दिलचस्प मानी है. ऐसे में यहां के समीकरण को विस्तार से समझने के लिए पूरी खबर पढ़ें.

Advertisement
चिरैया विधानसभा सीट
चिरैया विधानसभा सीट
Shubham Raj|Updated: Aug 03, 2025, 03:54 PM IST
Share

Chiraia Assembly Seat: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के मद्देनजर पूर्वी चंपारण जिले की चिरैया विधानसभा क्षेत्र राजनीतिक और विकास के महत्वपूर्ण मुद्दों को लेकर सुर्खियों में है. चिरैया प्रखंड अंतर्गत सिकरहना नदी के गोड़िया घाट पर पुल निर्माण की लंबित मांग वर्षों से चुनावी मुद्दा बनी हुई है. साथ ही, पताही प्रखंड के खोड़ीपाकड़ घाट पर बागमती नदी में पुल निर्माण कर सीतामढ़ी से जोड़ने की मांग भी वर्षों से अधूरी है, जो क्षेत्रवासियों के लिए जानलेवा बाधा साबित हो रही है.  क्षेत्र में बाढ़ और सिंचाई की समस्याएं आम हैं, साथ ही नहरों में पानी की कमी किसानों को प्रभावित करती है. भ्रष्टाचार और बढ़ते अपराध ने भी जनता की चिंता बढ़ाई है.

यह भी पढ़ें: कुर्था में कोइरी और यादव तय करते हैं हार-जीत! जिसने साध लिया वही पहुंचा विधानसभा

2020 में भाजपा के लालबाबू प्रसाद गुप्ता ने विजय हासिल की थी, लेकिन इस बार भी उनके लिए मुकाबला आसान नहीं होगा. पिछले चुनावों के नतीजे बताते हैं कि क्षेत्र में भाजपा और राजद के बीच कड़ा मुकाबला चलता रहा है. 2010 में भाजपा के अवनीश कुमार सिंह ने जीत दर्ज की, जबकि 2014 के उपचुनाव में राजद के लक्ष्मीनारायण यादव ने जीत हासिल की. लेकिन 2015 और 2020 में भाजपा के लालबाबू प्रसाद गुप्ता ने लगातार जीत दर्ज की है. इस बार महागठबंधन से राजद के लक्ष्मीनारायण यादव और अच्छेलाल प्रसाद यादव, एनडीए से भाजपा के लालबाबू प्रसाद गुप्ता और जदयू के सुभाष सिंह मैदान में हैं. इसके अलावा जनसुराज के इंजीनियर संजय सिंह समेत अन्य उम्मीदवार भी अपनी दावेदारी पेश कर रहे हैं. क्षेत्र में यादव जाति का दबदबा है, जो चुनाव परिणामों में अहम भूमिका निभाता है.

चिरैया विधानसभा क्षेत्र के कुल वोटर संख्या करीब 2,98,789 है, जिसमें पुरुष वोटर 1,58,968, महिला वोटर 1,39,810 और थर्ड जेंडर 11 वोटर हैं. इलाका अपनी सांस्कृतिक विरासत के लिए भी जाना जाता है. मधुबनी का गांधी आश्रम, जहां महात्मा गांधी ने चरखा से धागा बनवाकर खादी कपड़ों का निर्माण शुरू किया था, क्षेत्र की पहचान है. जनता की एक प्रमुख मांग है कि इस आश्रम का जीर्णोद्धार कर इसे गांधी सर्किट से जोड़ा जाए.

पूर्वी चंपारण जिले में कुल 12 विधानसभा सीटें हैं, जिनमें से चिरैया का राजनीतिक महत्व काफी अधिक है. आगामी विधानसभा चुनाव 2025 में विकास और जातीय समीकरण के बीच इस क्षेत्र की जनता अपना निर्णायक वोट देने के लिए तैयार है. इस बार का चुनाव न केवल स्थानीय मुद्दों पर, बल्कि प्रदेश की राजनीतिक दिशा तय करने में भी अहम साबित होगा.

बिहार की नवीनतम अपडेट्स के लिए ज़ी न्यूज़ से जुड़े रहें! यहाँ पढ़ें Bihar News in Hindi और पाएं Bihar latest News in Hindi  हर पल की जानकारी । बिहार की हर ख़बर सबसे पहले आपके पास, क्योंकि हम रखते हैं आपको हर पल के लिए तैयार। जुड़े रहें हमारे साथ और बने रहें अपडेटेड!

 

Read More
{}{}