गढ़वाः Teacher Stopped Saraswati Vandana: झारखंड के गढ़वा जिले के सरकारी विद्यालय से एक मुस्लिम शिक्षक ने प्रार्थना सभा को बीच में रोककर धार्मिक नारा लगाने के दबाव बनाने पर स्कूल के अन्य शिक्षकों एवं बच्चों ने जमकर हंगामा किया है. माहौल बिगड़ता देख प्रधानाध्यापक प्रेम कुमार ने इसकी सूचना पुलिस को दी. वहीं सूचना पाकर पुलिस ने मौके पर पहुंचकर आरोपी शिक्षक को हिरासत में लेते हुए जांच में जुट गई है. विद्यालय की ओर से आरोपी शिक्षक के खिलाफ प्रधानाध्यापक ने कार्रवाई को लेकर उच्च अधिकारियों एवं थाने को आवेदन दिया है. आरोपी शिक्षक पर वर्ष 2015 से ही धार्मिक भावना भड़काने का आरोप लगा है. पुलवामा घटना के बाद आरोपी शिक्षक स्कूल में झूठ बोलकर मिठाई बांटी थी. घटना के बाद शिक्षक के प्रति आसपास में आक्रोश का माहौल बना हुआ है.
भवनाथपुर प्रखंड के मकरी पंचायत के धंगर डीहा स्थित उत्क्रमित मध्य विद्यालय में पदस्थापित सहायक शिक्षक शेख तौहीद द्वारा बुधवार को सुबह विद्यालय में प्रार्थना के दौरान बच्चों को सरस्वती वंदना करने से रोकने और साउंड सिस्टम तोड़े जाने से मामला सांप्रदायिक रंग ले लिया. इस दौरान शेख तौहीद के साथ विद्यालय के अन्य शिक्षकों में काफी नोकझोंक भी हुई. विद्यालय में सरस्वती वंदना रोक जाने की सूचना पर बजरंग दल तथा विश्व हिंदू परिषद के सदस्यों ने विद्यालय पहुंचकर उक्त शिक्षक के प्रति आक्रोश जताया तथा समाज में धार्मिक उन्माद फैलाने को लेकर उक्त शिक्षक को अविलंब बर्खास्त करने की मांग करने लगे.
जानकारी के अनुसार उत्क्रमित मध्य विद्यालय धंगरडीहा में बुधवार के सुबह प्रार्थना के बाद बच्चे सरस्वती वंदना कर रहे थे. तभी विद्यालय के ही सहायक शिक्षक शेख तौहीद बच्चों से कहा कि मेरे रहते इस विद्यालय में सरस्वती वंदना तो क्या कोई भी हिंदू देवी देवताओं की पूजा पाठ नहीं होगी. जब बच्चे नहीं माने तो उक्त शिक्षक ने सरकारी साउंड सिस्टम को पटक दिया. यह देख विद्यालय के ही सहयोगी शिक्षक निशीथ यादव ने उन्हें ये सब करने से रोकना चाहा तो शिक्षक शेख तौहीद उनसे धक्का मुक्की करते हुए अल्ला हू अकबर, नारे तकबीर जैसे धार्मिक उद्घोष करने लगे.
मामले को बढ़ता देख विद्यालय के एचएम द्वारा इसकी सूचना बीईईओ तथा स्थानीय थाने को दी. मालूम हो कि बीते 2019 में पुलवामा में आतंकवादियों के हमले में शहीद हुए जवानों का जश्न मनाने का आरोप शिक्षक शेख तौहीद के ऊपर लगा था. उस समय उक्त शिक्षक द्वारा शहीद जवानों को लेकर आपत्तिजनक शब्द बोलते हुए विद्यालय में बच्चों के बीच मिठाइयां भी बांटी थी. मामला तूल पकड़ने पर काफी हो हंगामा होने के बाद भी उसके विरुद्ध किसी प्रकार की कोई विभागीय कार्रवाई नहीं किया गया था, साथ ही विद्यालय में प्रायः छात्र छात्राओं को प्रार्थना एवं सरस्वती वंदना करने से रोकने तथा विद्यालय में सरस्वती पूजा का विरोध करते रहे है.
इस मामले पर जिला शिक्षा पदाधिकारी ने कहा कि इस तरह का मामला सामने आया है. एक शिक्षक धार्मिक भावना भड़का रहा था पूर्व में ऐसी हरकत किया है. पुलवामा में सेना के जवान शहीद हुए थे तो ये मिठाई बांट रहा था. ऐसी जानकारी मिली है हम रिपोर्ट प्राप्त किए है आरोपी शिक्षक पर कड़ी कार्यवाई करते हुए उसका स्थानांतरण करते हुए उसपर विभागीय कार्यवाई की जा रही है. भवनाथपुर थाना की पुलिस का भी पत्र प्राप्त हुआ है, उस पर भी कार्रवाई की जा रही है.
इनपुट- आशीष प्रकाश, गढ़वा