trendingNow/india/bihar-jharkhand/bihar02757979
Home >>JH giridih

एक मां ने नवजात को जंगल में फेंका, दूसरी महिला ने सीने से लगाया पर चंद घंटों में ही बच्ची हो गई बेदम

Giridih Latest News: जिस महिला की गोद में ईश्वर ने बच्ची दी, उसको कद्र ही नहीं थी तो जंगल में फेंक आई. उस महिला को इस बात का भी भान नहीं रहा कि उसकी अपनी खून खतरे में हो सकती है. दूसरी ओर, एक अन्य महिला बच्चे के लिए तरस रही है और वह चाहकर भी बच्ची को अपना नहीं पाई.

Advertisement
एक मां ने नवजात को जंगल में फेंका, दूसरी महिला ने सीने से लगाया पर चंद घंटों में ही बच्ची हो गई बेदम (Symbolic Image)
एक मां ने नवजात को जंगल में फेंका, दूसरी महिला ने सीने से लगाया पर चंद घंटों में ही बच्ची हो गई बेदम (Symbolic Image)
Sunil MIshra|Updated: May 14, 2025, 07:18 PM IST
Share

Giridih News: कहते हैं, माता कभी कुमाता नहीं होती, लेकिन इस घोर कलयुग में एक कुमाता ने अपनी औलाद को जंगल में फेंक दिया. एक दूसरी महिला ने नवजात को सीने से लगाया और उसे लगा कि उसकी मां बनने की तमन्ना पूरी हो गई, लेकिन चंद घंटों में ही नवजात बच्ची ने दम तोड़ दिया. इसके बाद से मां बनने का सपना देख रही महिला बेसुध हो गई है. आंखों से आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे. यह घटना झारखंड के गिरिडीह जिले के पिरटांड थाना क्षेत्र के मधुपुर के बाँध गांव की बताई जा रही है. दिल को झकझोरने वाली इस घटना को सुन लोग उस कुमाता को कोस रहे हैं, तो दूसरी ओर उस माँ की जमकर तारीफ हो रही है, जिसने उस नवजात बच्ची को जिंदगी देने की कोशिश की.

READ ALSO: पटना-सासाराम एक्सप्रेसवे और चौसा पावर प्लांट, पीएम मोदी इस दिन देंगे बड़ा तोहफा

दरअसल, पीरटांड थाना क्षेत्र के बांध जंगल में बुधवार को एक नवजात बच्ची को जंगल में फेंका हुआ पाया गया. पीरटांड थाना क्षेत्र के मधुपुर गांव की एक महिला कुंती देवी रोज की तरह जंगल में बकरी चराने गई थी. बकरी चराने के दौरान उन्हें किसी बच्चे की रोने की आवाज सुनाई दी. जब वह वहां पहुंची तो एक नवजात बच्ची को जंगल में अकेला पाया. 

जंगल में नवजात बच्ची को देखने के बाद कुंती देवी ने अपने रिश्तेदार में तिलेश्वरी देवी को इसकी सूचना दी और कहा कि शादी के बाद से तुम्हारा कोई बच्चा नहीं हुआ है. कुंती देवी ने तिलेश्वरी देवी को बच्ची को गोद लेने की सलाह दी. इस पर तिलेश्वरी देवी खुशी खुशी राजी हहो गई और कुंती देवी के साथ बच्ची को पाने की लालसा में जंगल की ओर चल पड़ी.

शादी के बाद से माँ बनने का सपना देख रही तिलेश्वरी देवी खुशी से फुले नहीं समा रही थी. जैसे ही तिलेश्वरी जंगल पहुंची तो नवजात बच्ची को उठाकर सीने से लगा लिया. इस दौरान उसने देखा कि नवजात के सिर पर चोट लगी है तो आनन-फानन स्थानीय स्वास्थ्य केंद्र में ले गई. डॉक्टरों ने जांच की तो बच्ची की सांसें थम चुकी थी. काफी कोशिशों के बाद भी सांसें नहीं चली तो उस नवजात बच्ची को मृत घोषित कर दिया गया. 

नवजात की मौत के बाद तिलेश्वरी देवी पर गमों का पहाड़ टूट पड़ा और वह उसे सीने से लगाकर रोने लगी. इसके बाद अस्पताल का माहौल पूरी तरह से गमगीन हो गया. नवजात बच्ची की मौत होने के बाद इसकी सूचना पीरटांड थाने को दी गई. सूचना मिलते भी पीरटांड पुलिस पहुंची और कागजी कार्रवाई पूरी करने के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए गिरिडीह सदर अस्पताल भेज दिया.

READ ALSO: पत्नी की याद में भावुक हुए नीतीश कुमार, बेटे निशांत संग पहुंचे पुश्तैनी गांव

इस तरह, कुछ देर के लिए ही सही नवजात बच्ची को गोद में लेकर तिलेश्वरी देवी के अरमान जग गए थे. उसकी वर्षों पुरानी मां बनने की लालसा पूरी जो होने जा रही थी, लेकिन किस्मत में कुछ और ही लिखा था. जब बच्ची को पोस्टमार्टम के लिए ले जाया गया तो उसकी आँखों में खामोशी छा गई और वह लगातार रोये जा रही थी. तिलेश्वरी देवी ने यह भी कहा कि यदि कोई अपने बच्चे को पाल नहीं सकता तो उसे दे दे. जंगल में मरने के लिए ना छोड़े. वह उसे अपने हैसियत के मुताबिक पाल पोषकर बड़ी करेगी.

गिरिडीह से मृणाल सिन्हा की रिपोर्ट

झारखंड की नवीनतम अपडेट्स के लिए ज़ी न्यूज़ से जुड़े रहें! यहाँ पढ़ें  Jharkhand News in Hindi और पाएं Jharkhand latest news in hindi  हर पल की जानकारी । झारखंड की हर ख़बर सबसे पहले आपके पास, क्योंकि हम रखते हैं आपको हर पल के लिए तैयार। जुड़े रहें हमारे साथ और बने रहें अपडेटेड!

Read More
{}{}