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Kanwar Yatra 2024: आधुनिक युग में युवाओं में बदल रहा भक्ति का ट्रेंड, पिछले 24 घंटे में डेढ़ लाख कांवड़िया सुल्तानगंज से बैजनाथ धाम रवाना

Kanwar Yatra 2024: विश्व प्रसिद्ध श्रावणी मेले का आज 15वां दिन है और वहीं बिहार और झारखंड के अलग अलग जगहों से कांवड़िया यात्री जल लेकर बाबा धाम के लिए रवाना हो रहे है. बताया जा रहे है कि कोरोना के बाद कांवड़ियों के भीड़ के सारे रिकॉर्ड तोड़ है. रोजाना पिछले 24 घण्टे में डेढ लाख कांवड़िया सुल्तानगंज से बैधनाथ धाम के लिए रवाना होते है. चारों तरफ भक्तिमय माहौल है बोल बम का जयकारा लगते बाबा धाम जा रहे हैं

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Kanwar Yatra
Kanwar Yatra
Zee Bihar-Jharkhand Web Team|Updated: Aug 04, 2024, 03:47 PM IST
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Kanwar Yatra 2024: बिहार और झारखंड के अलग अलग जगहों से कांवड़िया यात्री जल लेकर बाबा धाम के लिए रवाना हो रहे है. वहीं कई राज्यों से कांवरिया अलग अलग जत्थे में चल रहे है,कंवारियाओं में बाबा की आस्था इतनी है की बाबा की प्रतिमा बनाकर अपने कंधों पर लेकर बाबा बैद्यनाथ धाम देवघर जाते है. 105 किलोमीटर की यात्रा पूरी तरह सावन महीने में भोले बाबा के नाम से गुंजमान रहते है. चारों तरफ भक्तिमय माहौल है. बोल बम का जयकारा लगते बाबा धाम जा रहे हैं. देश के हर एक कोने से लोग जल चढ़ाने के लिए बाबा धाम आते है. वहीं बिहार और झारखंड से कुछ ऐसा देखने को मिल रहा है. 

भागलपुर
विश्व प्रसिद्ध श्रावणी मेले का आज 15वां दिन है. पिछले 24 घण्टे में भीड़ के पुराने रिकॉर्ड ध्वस्त हुए है. शनिवार की सुबह से अब तक सुल्तानगंज उत्तरवाहिनि गंगा का जल लेकर डेढ़ लाख कांवड़िया बैधनाथ धाम गए हैं वहीं 22 जुलाई से अब तक साढ़े आठ लाख से अधिक कांवड़िया सिर्फ पैदल बैधनाथ धाम गए हैं. वहीं बिहार के भागलपुर से लाखों कांवड़िया बाबा के दर्शन के लिए जा चुके हैं. कोरोना के बाद पहली बार इस तरह की भीड़ देखी जा रही है कांवड़ियों में जबरदस्त उत्साह देखा जा रहा है. 

मुंगेर
बिहार के मुंगेर से कच्ची कांवरिया पथ पर सावन माह में 24 घंटे बाबा भोलेनाथ का गुंजमान है. कई राज्यों से कांवरिया अलग अलग जत्थे में चल रहे है,कंवारियाओं में बाबा की आस्था इतनी है की बाबा की प्रतिमा बनाकर अपने कंधों पर लेकर बाबा वैद्यनाथ धाम देवघर जाते है. 105 किलोमीटर की यात्रा पूरी तरह सावन महीने में भोले बाबा के नाम से गुंजमान रहते है. वहीं असरगंज प्रखंड के कच्ची कांवरिया पथ पर कोलकाता से कांवरिया का एक जत्था देखा गया, जहां शिव भगवान की प्रतिमा लेकर बाबा बैद्यनाथ धाम देवघर जा रहे है. कांवरियों ने बताया कि कोलकाता में भूतनाथ मंदिर है जहां बाबा की प्रतिमा है उसी के तर्ज के आधार पर बाबा की प्रतिमा बनाकर हम लोग बाबा बैजनाथ धाम जा रहे हैं और वह लगभग 2013 से सावन के महीने में बाबा बैद्यनाथ धाम देवघर जाते है जिसमे बाबा की हर साल अलग अलग प्रतिमा बनाकर लेकर जाते है. 

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खूंटी
खूंटी के बाबा आम्रेश्वर धाम में दूसरे रविवार को भारी बारिश के बीच बाबा आम्रेश्वर भोलेनाथ का जलाभिषेक करने वालों की भीड़ उमड़ पड़ी. लोग बाबा भोलेनाथ का जलाभिषेक करने कतार में लगकर अपनी अवसर का इंतजार करते दिख रहे है. वहीं धाम परिसर बोल-बम के जयकारों से गूंज उठा. लोग अपने हाथों में जल बेलपत्र नारियल व पूजन सामग्री लेकर काफी उत्साहित हैं. वहीं बाबा भोलेनाथ का दर्शन करने के लिए महिला व पुरुषों की अलग अलग पंक्ति बनाई गई है. जिसे बाबा आम्रेश्वर धाम प्रबंधन समिति के पदाधिकारियों व स्वयंसेवकों ने सुरक्षा व सहायता के लिए लगे हुए हैं ताकि किसी भक्तों को दिक्कत ना हो. 

विश्वविख्यात श्रावणी का निधन 
कांवरिया पथ मैं जिला प्रशासन सुरक्षा से लेकर हरेक सुविधाएं देने लगे हैं. लेकिन कटोरिया के पास कांवरिया श्रद्धालु जान जोखिम डालकर जमुआ पुल बैरिकेडिंग के पास पार कर रहे हैं. कटोरिया देवघर मुख्य मार्ग के जमुआ मोड भाषण नदी पुल पर बैरिकेडिंग लगाया गया है. कभी भी कांवरिया श्रद्धालु हादसे का शिकार हो सकते हैं चोटिल हो सकते हैं. बता दें कि सुल्तानगंज से जल भरकर बाबा धाम कांवर लेकर जा रहे कांवरिया श्रद्धालु तीसरी सोमवारी जल चढ़ाने को लेकर शनिवार और रविवार को पूरे कांवरिया पथ में काफी भीड़ रहती है.

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