Water Bird Census 2025: कटिहार: बिहार वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग द्वारा कराए जा रहे वार्षिक जल पक्षी गणना - 2025 समाप्त हो गया है. जिसके तहत गंगा नदी के बटेश्वर स्थान कहलगांव, जिला भागलपुर से मनिहारी और जिला कटिहार तक की प्रवासी और स्थानीय पक्षियों की सर्वे की गई है. इसे बिहार जल पक्षी गणना कॉर्डिनेटर दीपक कुमार 'झुन्नू' के नेतृत्व में कराई गई है. इस गणना में उनके साथ कहलगांव के स्थानीय डॉल्फिन मित्र सौरभ कुमार और राजीव रंजन ने बर्डर की भूमिका निभाई. इस वार्षिक जल पक्षी गणना में पूर्णिया वन प्रमंडल के क्षेत्र में आने वाली गंगा नदी में बटेश्वर स्थान, कहलगांव से लेकर मनिहारी तक लगभग 68 किलोमीटर गंगा नदी में पक्षी सर्वे किया गया है.
ये भी पढ़ें: मुख्यमंत्री के आने के बाद बदली गांव की सूरत, पार्क और ओपन जीम का बच्चे उठा रहे लाभ
अधिक पक्षियों की उपस्थिति दर्ज
इस बार की सर्वे में बीते वर्ष की गई सभी गणना से अधिक पक्षियों की उपस्थिति दर्ज की गई है. जिसमें 33 प्रजातियों का कुल 3800 से अधिक स्थानीय और प्रवासी पक्षियों को देखा गया. इस वार्षिक जल पक्षी गणना सर्वे की खास बात यह रही कि चकवा जिसे अंग्रेजी में रूडी शेलडक कहते है, रिकार्ड पक्षियों को देखा गया और इसका आंकड़ा 550 से अधिक रहा, जो बिहार के किसी एक क्षेत्र का अबतक का रिकॉर्ड है.
ये भी पढ़ें: चेन स्नैचिंग मामले में युवक चढ़ा लोगों के हत्थे, जमकर हुई धुनाई, फिर पुलिस के हवाले
प्रवासी पक्षियों की उपस्थिति दर्ज
चकवा के अतिरिक्त विभिन्न प्रकार के प्रवासी पक्षियों की उपस्थिति भी काफी उत्साहित करने वाली रही. जिसमें- सिंकपर यानि पिनटेल, गढवाल, यूरेशियन विजन, करल्यू, आस्प्रे, बड़ा पनडुब्बी, केंटिश प्लोवर, लिटिल रिंगेड प्लोवर, ग्रीन सैंक इत्यादि पक्षियों की अच्छी खासी संख्या दर्ज की गई है.
इनपुट - रंजन कुमार
बिहार की नवीनतम अपडेट्स के लिए ज़ी न्यूज़ से जुड़े रहें! यहाँ पढ़ें Bihar News in Hindi और पाएं Bihar latest News in Hindi हर पल की जानकारी । बिहार की हर ख़बर सबसे पहले आपके पास, क्योंकि हम रखते हैं आपको हर पल के लिए तैयार। जुड़े रहें हमारे साथ और बने रहें अपडेटेड!