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Khunti Water Crisis: प्यास से तड़प रहा डूंगरा गांव! ठेकेदार और कमीशनखोरों के भरे जेब, बूंद-बूंद पानी को तरस रहे ग्रामीण

Khunti Latest News: झारखंड के खूंटी जिले का एक गांव प्यास से तड़प रहा है. वहां के लोगों को बूंद-बूंद पानी के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है. बता दें कि ठेकेदार और कमीशनखोरों के चक्कर में ग्रामीणों पर परेशानी का सामना करना पड़ा रहा है.

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पानी के लिए त्राहिमाम!
पानी के लिए त्राहिमाम!
Shubham Raj|Updated: May 03, 2025, 03:13 PM IST
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Khunti Water Crisis News: झारखंड के खूंटी के सीमावर्ती क्षेत्र में बसा डूंगरा गांव के लोगों के लिए कुआं और नदी ही पानी की व्यवस्था के लिए एकमात्र संसाधन हैं. जहां जलमीनार तो बना, लेकिन योजना को दिखाने के लिए गाड़ दिया गया है. इससे ठेकेदार और कमीशनखोर तो कमा गए, लेकिन इसका लाभ ग्रामीणों को तो नहीं मिला. गांव में हाल ही में दो-दो जलमीनार बनाए गए, लेकिन सभी खराब पड़े हैं. गांव के लोग पहले जैसे जिंदगी जी रहे थे. आज भी वैसी ही जिंदगी जी रहे हैं. यही वजह है कि गांव के लोगों ने इस समस्या के साथ और कई समस्याएं भी गिनाए.

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जिसमें ग्रामीणों को जर्जर सड़क पर ही चलना पड़ रहा है. जिससे पथिकों व वाहन चालकों को दुर्घटना का शिकार होना पड़ जाता है. गुड़िया कच्छप ने बताई कि हमारे गांव में पानी की घर-घर समस्या है. यहां चापाकल और जल मीनार तो है, लेकिन पानी ही नहीं निकलता है. जिसके कारण कुआं से पानी लाकर सारा काम करते हैं. गुमी सांगा ने बताई कि डाढ़ी से पानी लाने गए थे, तभी इसी से सारा काम करेंगे. यही पानी पीते हैं और खाना भी बनाते हैं. इसके अलावा पानी का और कोई संसाधन नहीं है. गर्मी में यह भी सूख जाता है.

वहीं मुनिता कुमारी ने बताया कि अन्य गांवों में घर-घर पानी आता है, लेकिन हमारे डूंगरा गांव में ऐसी कोई व्यवस्था नहीं है. जलमिनर बनाकर छोड़ दिया चापाकल खराब पड़ा है और जैसे पहले हम लोग पानी लाते थे, वैसे ही डाढ़ी का पानी पीते हैं. डूंगरा गांव के ग्राम प्रधान कमल सांगा ने बताया कि गांव में कई समस्याएं हैं, जिसमें प्रमुख समस्या पानी है. यहां जलमीनार बनाया लेकिन कभी नहीं चला. चापाकल खराब पड़ा है और गर्मी काफी बढ़ा है. अगर डाड़ी चुआं नहीं होता तो काफी मुश्किल हो जाती. मिस्त्री को कई बार बोला गया कि चापाकल बना दे, तो कुछ राहत मिलेगी लेकिन अभी तक कुछ नहीं हुआ. यहां सड़क भी खराब पड़ा है इससे दुर्घटना हो रही है. ग्रामीण राजेश तिर्की ने बताया कि सड़कों का हाल काफी बड़ा है लोग गिर पड़ जाते हैं. जिससे घायल हो जाते हैं. इस सड़क के निर्माण के लिए बात उठी थी, लेकिन कई महीने बीत गए अब तक किसी प्रकार का काम नहीं हुआ.

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