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Bihar Politics: बिहार के दोनों डिप्टी सीएम को मिली Z प्लस सुरक्षा, जानें सिक्योरिटी में कितने जवान होंगे तैनात

Bihar News: Z प्लस सुरक्षा में 10 से ज्यादा NSG कमांडो और पुलिसकर्मी समेत 55 ट्रेंड जवानों की तैनाती होती है. ये कमांडोज संबंधित व्यक्ति को 24 घंटे सुरक्षा प्रदान करते हैं. इनके पास मॉर्डन टेकनॉलजी के हथियार होते हैं.

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बिहार के दोनो उपमुख्यमंत्री शपथ लेते हुए (फाइल फोटो)
बिहार के दोनो उपमुख्यमंत्री शपथ लेते हुए (फाइल फोटो)
K Raj Mishra|Updated: Jan 31, 2024, 08:05 AM IST
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Bihar Politics: बिहार की सत्ता में बीजेपी की वापसी के बाद प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा को डिप्टी सीएम बनाया गया है. दोनों नेताओं ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ शपथ ग्रहण की थी. अब सरकार ने बिहार के दोनों डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा की सिक्योरिटी बढ़ा दी है. दोनों की सुरक्षा को बढ़ाते हुए Z प्लस कर दिया गया है. इससे पहले दोनों ही नेताओं को CRPF की Y श्रेणी की सुरक्षा मिली हुई थी. CRPF की Z प्लस श्रेणी के सुरक्षा घेरे को सर्वोच्च सुरक्षा घेरा माना जाता है. यह सुरक्षा घेरा उन लोगों को मिलता है, जिनकी जान को ज्यादा खतरा महसूस किया जाता है. 

जानें क्या होती है जेड प्लस सुरक्षा?

Z प्लस सुरक्षा में 10 से ज्यादा NSG कमांडो और पुलिसकर्मी समेत 55 ट्रेंड जवानों की तैनाती होती है. ये कमांडोज संबंधित व्यक्ति को 24 घंटे सुरक्षा प्रदान करते हैं. ये जवान किसी भी तरह की चुनौती से निपटने के लिए हमेशा तैयार रहते हैं. इनके पास मॉर्डन टेकनॉलजी के हथियार होते हैं. Z प्लस श्रेणी VVIP को ही दी जाती है. बता दें कि देश में PM नरेंद्र मोदी और बिहार के सीएम नीतीश कुमार जैसे नेताओं को जेड प्लस सुरक्षा मिली हुई है. अब बिहार के दोनों डिप्टी सीएम को भी ये सुरक्षा मिलेगी.

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बीजेपी नेता हैं दोनों डिप्टी सीएम

बिहार के दोनों डिप्टी सीएम बीजेपी से संबंध रखते हैं. सम्राट चौधरी, ओबीसी समाज से आते हैं और बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष हैं. उन्होंने लालू यादव की पार्टी राजद से अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत की थी. वे राजद सरकार में मंत्री रह चुके हैं. उनके पिता शकुनी चौधरी भी राजद के कद्दावर थे और राबड़ी देवी सरकार में मंत्री रह चुके थे. राजद छोड़कर जदयू से होते हुए सम्राट चौधरी ने बीजेपी का दामन थामा था. बीजेपी ने उन्हें पहले प्रदेश का उपाध्यक्ष बनाया और पिछले साल मार्च में ही प्रदेश अध्यक्ष की कमान सौंपी थी.

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विजय कुमार का परिचय

वहीं विजय कुमार सिन्हा सवर्ण जाति से आते हैं. वे राज्य विधानसभा में अध्यक्ष, राज्य सरकार में मंत्री और नेता प्रतिपक्ष जैसे विभिन्न पदों की जिम्मेदारी संभाल चुके हैं. सिन्हा 2010 में पहली बार विधायक बने और सात साल बाद उन्हें श्रम संसाधन मंत्री बनाया गया था.  2020 में बिहार विधानसभा के अध्यक्ष पद के लिए चुना गया था. बता दें कि सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा सीएम नीतीश के बड़े विरोधी माने जाते हैं. विपक्ष में रहते हुए उन्होंने नीतीश कुमार के खिलाफ मोर्चा खोल रखा था और अब उनके डिप्टी की भूमिका निभा रहे हैं. 

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