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Lok Sabha Election 2024 Samastipur Seat: कांग्रेस और लोजपा में होती है सीधी टक्कर, इस बार कौन किस पर लगाएगा दांव?

Lok Sabha Election 2024: समस्तीपुर लोकसभा उपचुनाव में प्रिंस राज ने भी सभी विधानसभा क्षेत्रों में कांग्रेस प्रत्याशी पर बढ़त हासिल की थी. हालांकि, मुख्य मुकाबला एनडीए और महागठबंधन के बीच था. उपचुनाव में लोजपा के प्रिंस राज को 390276 और कांग्रेस के अशोक राम को 288186 मत मिले थे. जबकि तीसरे स्थान पर निर्दलीय प्रत्याशी सूरज कुमार दास थे, जिन्हें 36182 मत मिले थे. 

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समस्तीपुर लोकसभा क्षेत्र
समस्तीपुर लोकसभा क्षेत्र
Zee Bihar-Jharkhand Web Team|Updated: Feb 21, 2024, 01:26 PM IST
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Samastipur Lok Sabha: समस्तीपुर लोकसभा क्षेत्र कृषि प्रधान क्षेत्र है. यहां मुख्य रूप से सब्जी और मसालों के साथ गन्ने की भी खेती व्यापक स्तर पर होती है. यहां डॉ. राजेन्द्र प्रसाद केन्द्रीय कृषि विश्वविद्यालय स्थापित है. उद्योग के नाम पर हसनपुर में चीनी मिल और कल्याणपुर में रामेश्वर जूट मिल है. चीनी मिल तो नियमित चलती है, लेकिन जूट मिल कभी बंद होता है तो कभी खुलती है. समस्तीपुर शहर में चीनी मिल के अलावा कागज फैक्ट्री थी जो अब पूरी तरह बंद हो चुकी है.

सुरक्षित सीट वाले समस्तीपुर लोकसभा क्षेत्र में समस्तीपुर के चार और दरभंगा के दो विधानसभा क्षेत्र शामिल है. इसमें समस्तीपुर, कल्याणपुर, वारिसनगर और रोसेड़ा के अलावा दरभंगा जिले का कुशेश्वर स्थान और हायाघाट शामिल है. पहले यह सामान्य सीट था. साल 2009 के  परिसीमन के बाद सीट सुरक्षित हो गया. साल 2020 के विधानसभा चुनाव में जेडीयू के तीन कुशेश्वरस्थान, कल्याणपुर और वारिसनगर का कब्जा है, जबकि बीजेपी के खाते में दो रोसड़ा और हायाघाट. वहीं, समस्तीपुर में आरजेडी का कब्जा है.

समस्तीपुर लोकसभा में मतदाताओं की बात करें तो यहां कुल वोटर्स की संख्या 16,36,983 है. जिसमें 8 लाख 70 हजार 329 पुरुष मतदाता और 7 लाख 66 हजार 628 महिला मतदाता हैं, जबकि थर्ड जेंडर वोटर्स की संख्या 26 हैं. जातीय समीकरण के हिसाब से अति पिछड़ी जाति यहां चुनाव को प्रभावित करती है. समस्तीपुर लोकसभा क्षेत्र में कुशवाहा और यादव जाति की सभी विधानसभा क्षेत्र में बहुलता है, लेकिन अगड़ी जाति और अनुसचित जाति की संख्या भी कम संख्या नहीं हैं. इसके अलावा अति पिछड़े भी चुनाव को गंभीर रूप से प्रभावित करते हैं. इसके अलावा मुस्लिम मतदाताओं की भी संख्या कम नहीं है. एक अनुमान के मुताबिक, यादव मतदाता लगभग 5 लाख, कुशवाहा मतदाता चार लाख के करीब, सवर्ण मतदाता दो लाख, मुस्लिम मतदाता डेढ़ लाख से दो लाख के बीच है.

समस्तीपुर लोकसभा क्षेत्र में साल 2019 के आम चुनाव में लोक जनशक्ति पार्टी के उम्मीदवार रामचन्द्र पासवान ने जीत हासिल की थी. उन्होंने लगातार दूसरी बार जीत दर्ज करने में सफलता पाई थी. उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी कांग्रेस के डॉ. अशोक राम को पटखनी दी थी, लेकिन विजयी होने के कुछ महीनों के बाद उनका निधन हो गया. जिसके बाद उप चुनाव में स्वर्गीय रामचन्द्र पासवान के बेटे प्रिंस राज चुनाव मैदान में उतरे थे. इनके सामने भी कांग्रेस ने डॉ. अशोक राम पर ही फिर दांव आजमाया, लेकिन इस बार भी उन्हें हार का ही सामना करना पड़ा. 

उपचुनाव में प्रिंस राज ने भी सभी विधानसभा क्षेत्रों में कांग्रेस प्रत्याशी पर बढ़त हासिल की थी. हालांकि, मुख्य मुकाबला एनडीए और महागठबंधन के बीच था. उपचुनाव में लोजपा के प्रिंस राज को 390276 और कांग्रेस के अशोक राम को 288186 मत मिले थे. जबकि तीसरे स्थान पर निर्दलीय प्रत्याशी सूरज कुमार दास थे, जिन्हें 36182 मत मिले थे. 

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आगामी 2024 लोकसभा चुनाव की बात करें तो महागठबंधन से कांग्रेस प्रत्याशी के रूप में बिहार के रहने वाले कर्नाटक के पूर्व डीजीपी बीके रवि इस सीट से सबसे प्रबल दावेदार माने जा रहे है. वहीं, समस्तीपुर नगर निगम की अध्यक्ष अनिता राम भी इस रेस में शामिल हैं. हालांकि, महागठबंधन से आरजेडी के राष्ट्रीय महासचिव और पूर्व मंत्री श्याम रजक पिछले एक वर्षों से सक्रिय रूप से क्षेत्र भ्रमण कर रहे है. वहीं, एनडीए की बात करें तो यह सीट अब तक लोजपा के कोटे में है. हालांकि, इस सीट पर प्रिंस राज और चिराग गुट अपनी अपनी दावेदारी करती नज़र आ रही है.

रिपोर्ट: संजीव नैपुरी

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