मुजफ्फरपुर: बिहार में जहां जीवित लोगों को रोजगार नहीं मिल पा रहा, वहीं मुजफ्फरपुर जिले में एक मृत महिला को मनरेगा योजना के तहत रोजगार मिल गया. यह चौंकाने वाला मामला औराई प्रखंड के मथुरापुर बुजुर्ग पंचायत से सामने आया है, जिसने प्रशासनिक गलियारों में हड़कंप मचा दिया है.
दरअसल, मनोरमा देवी नाम की महिला, जो मूल रूप से औराई प्रखंड के बसुआ गांव की रहने वाली थीं, उनकी कई महीने पहले मौत हो चुकी है. लेकिन इसके बावजूद पंचायत रिकॉर्ड में वह महिला अब भी जीवित मानी जा रही है और मनरेगा योजना के तहत मजदूरी कर रही है. पंचायत सेवक द्वारा बाकायदा उनकी हाजिरी भी बनाई गई है.
ये भी पढ़ें- जमीन को लेकर गोपाल खेमका और अशोक साव में चल रही थी रंजिश, डीजीपी ने खोल दिया सच!
इस मामले की जानकारी जब सामने आई, तो लोगों के बीच चर्चा शुरू हो गई कि जहां जिंदा लोगों को रोजगार नहीं मिल रहा, वहां एक मृत आत्मा सरकारी योजना में काम कर रही है. जब इस पर पंचायत सेवक मनीष कुमार से सवाल किया गया तो उन्होंने इसे मानवीय भूल करार दिया और दावा किया कि मृत महिला को भुगतान नहीं हुआ है. लेकिन सवाल यह उठता है कि यदि यह मामला सामने नहीं आता, तो क्या अधिकारी इसे ‘भूल’मानते? इस गंभीर लापरवाही को लेकर जब मुजफ्फरपुर के उप विकास आयुक्त (डीडीसी) श्रेष्ठ अनुपम से जी मीडिया ने प्रतिक्रिया मांगी, तो उन्होंने इस पर कोई बयान देने से साफ इंकार कर दिया.
इनपुट - मणितोष कुमार
बिहार की नवीनतम अपडेट्स के लिए ज़ी न्यूज़ से जुड़े रहें! यहाँ पढ़ें Bihar News in Hindi और पाएं Bihar latest News in Hindi हर पल की जानकारी । बिहार की हर ख़बर सबसे पहले आपके पास, क्योंकि हम रखते हैं आपको हर पल के लिए तैयार। जुड़े रहें हमारे साथ और बने रहें अपडेटेड!