Kargil Vijay Diwas: कारगिल युद्ध के 25 वर्ष होने पर पूरा देश कारगिल विजय दिवस मना रहा है. वहीं, कारगिल युद्ध में शहीद हुए नालंदा के हरदेव प्रसाद का परिवार आज भी उस क्षण को भूला नहीं है, जब उन्हें सूचना मिली कि कारगिल युद्ध में नालंदा का बेटा दुश्मनों से लोहा लेते हुए अपना प्राण न्योछावर कर दिया.
नालंदा के एकंगरसराय प्रखंड के कुकुरवर गांव निवासी बहादुर जवान हरदेव प्रसाद की शहादत आज भी लोगों के जेहन में है. शहीद हरदेव प्रसाद की पत्नी मुन्नी देवी ने कहा कि पूरा देश आज कारगिल विजय दिवस मना रहा है, जो गर्व की बात है. उन्होंने बताया कि कारगिल युद्ध में शहीद हुए उनके पति और अन्य जवानों की शहादत को भुलाया नहीं जा सकता है.
उन्होंने बताया कि जब उनके पति का पार्थिव शरीर कुकुरवर गांव पहुंचा तो पूरे नालंदा के लोग शहीद के अंतिम दर्शन करने पहुंचे. उस समय सेना के अधिकारी, जार्ज फर्नांडीज, राबड़ी देवी और लालू यादव भी कुकुरवर गांव पहुंचकर उनको और उनके परिवारों को सांत्वना देने का काम किया था. कारगिल युद्ध में शहीद हुए जवान की स्मृति में नालंदा जिला के बिहारशरीफ में शहीद ए कारगिल पार्क का निर्माण कराया गया.
बिहारशरीफ के अस्पताल चौक को शहीद हरदेव चौक के नाम से जाना जाने लगे. यहां उनकी एक प्रतिमा भी लगाई जानी है, जो अभी अधूरा है. नालंदा से समाहरणालय स्थित एक भवन का नाम शहीद हरदेव भवन के नाम पर रखा गया है. वहीं, कुकुरवर गांव में हरदेव प्रसाद के नाम से यात्री शेड बनाया गया है. ग्रामीणों ने बताया कि अभी भी हरदेव प्रसाद के गांव कुकुरवर में विकास न के बराबर हुआ है.
रिपोर्ट: ऋषिकेश