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आनंद मोहन ने नई सरकार से की रेल मंत्रालय की मांग, कहा- पहले भी बिहार के हिस्से रहा है ये मंत्रालय

Bihar News: पूर्व सांसद आनंद मोहन की पत्नी लवली आनंद ने शिवहर संसदीय सीट से जदयू उम्मीदवार के तौर पर जीत दर्ज की है. जदयू के वरिष्ठ नेता के. सी. त्यागी के बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग के विषय में पूछे जाने पर आनंद मोहन ने कहा कि वे अनुभवी नेता हैं और अगर उन्होंने कहा है तो ठीक ही कहा होगा.

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आनंद मोहन ने नई सरकार से की रेल मंत्रालय की मांग, कहा- पहले भी बिहार के हिस्से रहा है ये मंत्रालय
आनंद मोहन ने नई सरकार से की रेल मंत्रालय की मांग, कहा- पहले भी बिहार के हिस्से रहा है ये मंत्रालय
Zee Bihar-Jharkhand Web Team|Updated: Jun 07, 2024, 12:54 PM IST
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पटना: दिल्ली में एक ओर जहां एनडीए सरकार बनाने की कवायद चल रही है, वहीं दूसरी ओर दबाव की रणनीति भी बनाई जा रही है. इस बीच पूर्व सांसद और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के करीबी आनंद मोहन ने बिहार के हिस्से रेल मंत्रालय देने की मांग की है. उन्होंने शुक्रवार को कहा कि बिहार को रेल मंत्रालय की मांग उचित है. यह मंत्रालय कई बार बिहार के हिस्से रहा है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी रेल मंत्री रह चुके हैं और स्वर्गीय दिग्विजय सिंह सहित कई नेता रेल मंत्री का दायित्व निभा चुके हैं. उनके समय से जो काम अधूरे रहे हैं वो अगर पूरे करने हैं तो बिहार को रेल मंत्रालय चाहिए.

पूर्व सांसद आनंद मोहन की पत्नी लवली आनंद ने शिवहर संसदीय सीट से जदयू उम्मीदवार के तौर पर जीत दर्ज की है. जदयू के वरिष्ठ नेता के. सी. त्यागी के बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग के विषय में पूछे जाने पर आनंद मोहन ने कहा कि वे अनुभवी नेता हैं और अगर उन्होंने कहा है तो ठीक ही कहा होगा. आनंद मोहन ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पिछले 16 सालों में बिहार को 'जंगल-राज' से बाहर निकाला और विकासशील बिहार बनाया. अगर हम इसे विकसित बनाना चाहते हैं, तो 'विशेष' राज्य की मांग पूरी होनी चाहिए.

पूर्व सांसद ने कहा कि अयोध्या में चुनाव के दौरान क्या हुआ, मुझे नहीं मालूम लेकिन, अयोध्या की तर्ज पर सीतामढ़ी में जानकी माता की जन्मस्थली पर भव्य मंदिर बनना चाहिए. उल्लेखनीय है कि लोकसभा चुनाव में एनडीए को सरकार बनाने के लिए जनादेश मिला है. हालांकि इस बार भाजपा के पास अकेले बहुमत नहीं है. इस कारण नई सरकार बनाने में घटक दलों की भूमिका बढ़ गई है.

इनपुट-आईएएनएस

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