Bharat Ratna Karpuri Thakur: बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न के सम्मान से आज (30 मार्च) को सम्मानित किया गया. ये सम्मान समारोह आज राजधानी दिल्ली में राष्ट्रपति भवन के दरबार हॉल में आयोजित किया गया. इस समारोह में देश की 5 हस्तियों को भारत रत्न से सम्मानित किया गया. इन हस्तियों में पूर्व उपप्रधानमंत्री लालकृष्ण को छोड़कर बाकी सभी- पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह तथा पी.वी. नरसिम्हा राव, प्रख्यात कृषि वैज्ञानिक एम.एस. स्वामीनाथन और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर शामिल है.
बिहार के लिए काफी ऐतिहासिक दिन
बिहार के लिए आज का दिन काफी ऐतिहासिक हो गया. पूर्व मुख्यमंत्री जननायक कर्पूरी ठाकुर को मिले भारत रत्न सम्मान को उनके पुत्र सह जदयू सांसद रामनाथ ठाकुर ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से प्राप्त किया. राजधानी दिल्ली में हुए इस खास समारोह में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, चिराग पासवान और दोनों उपमुख्यमंत्री भी शामिल हुए. वहीं BJP के दिग्गज नेता लालकृष्ण आडवाणी को भारत रत्न का सम्मान उनके आवास पर दिया जाएगा. वे राष्ट्रपति भवन के दरबार हॉल में मौजूद नहीं रहे.
आखिर कौन है कर्पूरी ठाकुर?
कर्पूरी ठाकुर का जन्म बिहार के समस्तीपुर जिले के पितौंझा गांव में साल 1924 में हुआ है. उन्होंने साल 1940 में मैट्रिक की परीक्षा पास की थी. कर्पूरी ठाकुर ने आचार्य नरेंद्र देव के साथ जुड़कर स्वतंत्रता संग्राम में सक्रिय रूप से भाग लिया था. कर्पूरी ठाकुर बिहार में एक बार उपमुख्यमंत्री, दो बार मुख्यमंत्री और दशकों तक विधायक और विरोधी दल के नेता रहे है. 1952 की पहली विधानसभा में चुनाव जीतने के बाद वे बिहार विधानसभा का चुनाव कभी नहीं हारे.
कर्पूरी ठाकुर का मुख्यमंत्री कार्यकाल
बिहार के मुख्यमंत्री के रूप में कार्य करते हुए कर्पूरी ठाकुर ने सामाजिक भेदभाव और असमानता के खिलाफ लड़ाई में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. उनकी नीतियां सकारात्मक कार्रवाई, वंचितों को अवसर प्रदान करने पर केंद्रित थीं.
इनपुट- भाषा के साथ
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