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New Year 2024: नए साल के रेजोल्यूशन का कैसे हुआ आरंभ, जानें क्या है इसका महत्व

New Year 2024: लीप ईयर की कमी को लेकर विचार-विमर्श हुआ, जिसमें पोप ग्रेगरी को सीजर के कैलेंडर की त्रुटि का पता चला. इसे लेकर उन्होंने अपने गुरु सेंट बीड से परामर्श किया, जिन्होंने बताया कि साल में 365 दिन 5 घंटे और 46 सेकंड होते हैं.

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New Year 2024: नए साल के रेजोल्यूशन का कैसे हुआ आरंभ, जानें क्या है इसका महत्व
Zee Bihar-Jharkhand Web Team|Updated: Dec 31, 2023, 10:22 PM IST
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New Year 2024: नए साल 2024 की शुरुआत कुछ ही देर में हो जाएगी. उससे पहले इस खास मौके पर हम देखेंगे कि नए साल की शुरुआत और उसके साथ जुड़े रेजोल्यूशन्स का कैसे आरंभ हुआ. इस पुराने और महत्वपूर्ण परंपरागत रीति-रिवाज से हमें पता चलता है कि नए साल का आदान-प्रदान किस प्रकार से हुआ था, जो कि बेबिलोनियाई सभ्यता के समय में हुआ करता था, जो लगभग 5 हजार वर्ष पहले शुरू हुई थी.

उस समय भौतिकता की कमी थी और लोग अपने जीवन को कृषि पर आधारित बनाए रखने में जुटे थे. बेबिलोन के लोग नए साल की शुरुआत को बारह दिनों के त्योहार के रूप में मनाते थे. इन दिनों के दौरान वे अपने राजा और दोस्तों के साथ ये वादे करते थे कि वे जल्दी ही करेंगे. जैसे कि टैक्स भरना, उधार लिए औजारों को वापस करना और अपने दोस्तों और पड़ोसियों के साथ अच्छे रिश्ते बनाए रखना.

चीनी लोग इसे 'गुड लक' मानते थे, जबकि रोमन लोग नए साल पर भगवान की पूजा करते थे. रेजोल्यूशन का यह अनुसरण हजारों वर्षों से हो रहा है और इसका प्रभाव आज भी बना हुआ है. नववर्ष की शुरुआत मार्च महीने से हुई थी, जिसमें साल में सिर्फ दस महीने थे और हफ्ते में आठ दिन थे. इस तथ्य के आधार पर उन्होंने ध्यान दिया और खगोलशास्त्रियों ने दिनों की गणना में संशोधन किया.

रोमन शासक जुलियस सीजर ने अहम निर्णय लिया कि एक साल में 365 दिन 5 घंटे 46 सेकंड होते हैं. इसके आधार पर रोमन कैलेंडर में 12 महीने और 1 जनवरी को नववर्ष की शुरुआत का आयोजन किया गया. बाद में लीप ईयर की कमी को लेकर विचार-विमर्श हुआ, जिसमें पोप ग्रेगरी को सीजर के कैलेंडर की त्रुटि का पता चला. इसे लेकर उन्होंने अपने गुरु सेंट बीड से परामर्श किया, जिन्होंने बताया कि साल में 365 दिन 5 घंटे और 46 सेकंड होते हैं. इस बदलाव के बाद ग्रेगोरियन कैलेंडर ने रोमन कैलेंडर को बदल दिया और इसी से 1 जनवरी को नववर्ष मनाना आरंभ हुआ.

नववर्ष की मान्यताएं विभिन्न देशों और समुदायों में विभिन्न रूपों में मनाई जाती हैं, लेकिन लगभग पूरी दुनिया में 1 जनवरी को न्यू ईयर का स्वागत किया जाता है. यह एक सामान्यत: उत्साहभरा और आनंदमय समय होता है, जिसमें लोग एक नए आरंभ की ओर कदम बढ़ाते हैं और अपने लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए संकल्प लेते हैं.

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