Surya Grahan 2024: साल 2024 का दूसरा सूर्य ग्रहण सर्वपितृ अमावस्या पर लग रहा है, जो ज्योतिषीय दृष्टि से महत्वपूर्ण है. यह ग्रहण 2 अक्टूबर 2024 की रात 9:13 बजे से शुरू होकर 3 अक्टूबर की सुबह 3:17 बजे समाप्त होगा. ग्रहण का मुख्य समय रात 12:15 बजे होगा, जब यह कंकणाकृत यानी 'रिंग ऑफ फायर' के रूप में दिखाई देगा. यह सूर्य ग्रहण कन्या राशि और हस्त नक्षत्र में लगेगा. इस समय सूर्य के साथ चंद्रमा, बुध और केतु की स्थिति होगी, जबकि गुरु बृहस्पति और मंगल की पूर्ण दृष्टि इस पर होगी. शनि कुंभ राशि में शुक्र तुला राशि में और राहु मीन राशि में स्थित होंगे.
आचार्य मदन मोहन के अनुसार यह बलयग्रास सूर्य ग्रहण इसलिए खास है क्योंकि 'रिंग ऑफ फायर' की तरह सूर्य का दृश्य लंबे समय तक रहेगा. हालांकि, यह ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा, इसलिए सूतक काल मान्य नहीं होगा. लेकिन जहां यह ग्रहण दिखाई देगा, वहां सूतक काल 12 घंटे पहले से शुरू हो जाएगा. साथ ही ग्रहण के समय धार्मिक क्रियाओं का विशेष महत्व होता है. सूर्य ग्रहण के समय आदित्य हृदय स्तोत्र, गायत्री मंत्र, महामृत्युंजय मंत्र और सूर्य मंत्र का जाप करना शुभ माना जाता है. ग्रहण समाप्ति के बाद स्नान-दान का भी खास महत्व होता है, जिससे पितृ दोष से मुक्ति और पुण्य की प्राप्ति होती है.
साथ ही यह सूर्य ग्रहण ज्योतिषीय दृष्टि से कई राशियों पर प्रभाव डाल सकता है. जिन लोगों की कुंडली में सूर्य, चंद्रमा या मंगल की स्थिति खास है, उन्हें विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है.
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