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बात 1999 की, जब जुगाड़ वाली सरकार में भी अटल बिहारी वाजपेयी ने अलग झारखंड खड़ा कर दिया था

Atal Bihari Vajpayee Death Anniversary: पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी की 16 अगस्त, 2024 दिन शुक्रवार को पुण्यतिथि मनाई जा रही है. आज हम इस ऑर्टिकल में जानेंगे कि अटल बिहारी वाजपेयी ने किस तरह से झारखंड राज्य का गठन किया था.

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पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी  (File Photo)
पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी (File Photo)
Shailendra |Updated: Aug 16, 2024, 01:55 PM IST
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Atal Bihari Vajpayee Death Anniversary: पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी का झारखंड से बहुत गहरा रिश्ता रहा है. उनकी कोशिशों से ही झारखंड राज्य का गठन हुआ था. हालांकि, झारखंड राज्य का गठन इतना आसान नहीं था. दरअसल, बात 1999 वें की है, जब एआईएडीएमके नेता जे. जयललिता ने अपना समर्थन वापस लेया और एनडीए सरकार ने अपना बहुमत खो दिया. इसके बाद राष्ट्रपति के आर नारायणन ने संसद को भंग कर दिया, देश में सरकार बनाने के लिए चुनाव हुआ. 

सरकार गिरने के बाद नए चुनाव में प्रचार करने के लिए अटल बिहारी वाजपेयी झारखंड (तब बिहार) पहुंचे थे. तब रैली को संबोधित हुए अटल बिहारी वाजपेयी ने कहा था, 'आप मेरी सरकार बनवाएं, मैं आपको अलग प्रदेश का तोहफा दूंगा.' अटल बिहारी की इस बात को जनता ने सुन लिया और केंद्र में उनकी सरकार बन गई. इसके बाद अटल वाजपेयी ने अपना वादा निभाया.

अटल बिहारी वाजपेयी ने 15 नवंबर, 2000 दिन बुधवार को झारखंड राज्य के गठन का ऐलान कर दिया. झारखंड को बिहार से काटकर अलग राज्य बनाया गया था. झारखंड जब राज्य बना तब बीजेपी की सरकार बनी थी और बाबूलाल मरांडी पहले सीएम बने थे.

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बता दें कि झारखंड की यात्रा पर आए अटल बिहारी वाजपेयी कई बार आए थे. अटल बिहारी वाजपेयी के रैलियों में खूब भीड़ उमड़ी थी, लोग उनको सुनने के लिए दूर-दूर से आते थे. झारखंड के लोग अटल बिहारी वाजपेयी के स्पीच के कायल हो गए थे.

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