रांची: Jharkhand Politics: झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने सोमवार (5 फरवरी) को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को उनके खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप साबित करने की चुनौती देते हुए कहा कि अगर आरोप साबित हो गए तो वह राजनीति छोड़ देंगे.
विधानसभा में झारखंड के नए मुख्यमंत्री चंपई सोरेन द्वारा पेश किए विश्वास प्रस्ताव में भाग लेते हुए झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के कार्यकारी अध्यक्ष ने यह भी आरोप लगाया कि केंद्र द्वारा साजिश रचे जाने के बाद राजभवन ने उनकी गिरफ्तारी में अहम भूमिका निभाई. प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने धनशोधन के एक मामले में पिछले सप्ताह हेमंत सोरेन को गिरफ्तार किया था.
इसके बाद झामुमो के विधायक दल के नेता चंपई सोरेन ने दो फरवरी को झारखंड के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी. हेमंत सोरेन ने कहा, ‘‘मैं भाजपा को मेरे खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप साबित करने की चुनौती देता हूं. अगर आरोप साबित हुए तो मैं राजनीति छोड़ दूंगा.’’ सोरेन अभी ईडी की हिरासत में हैं. उन्हें विशेष पीएमएलए (धन शोधन निवारण अधिनियम) अदालत ने विश्वास मत में हिस्सा लेने की अनुमति दी है.
इससे पहले, चंपई सोरेन ने 81 सदस्यीय विधानसभा में विश्वास प्रस्ताव पेश किया. उन्होंने कहा, ‘‘भाजपा ने लोकतांत्रिक रूप से निर्वाचित झारखंड सरकार को अस्थिर करने की कोशिश की है.’’ वहीं फ्लोर टेस्ट से पहले पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को रांची हाईकोर्ट से बड़ा झटका लगा है. हेमंत सोरेन की क्रिमिनल रीट पर रांची हाईकोर्ट में आज सुनवाई हुई. इस दौरान अदालत से हेमंत सोरेन को आज कोई राहत नहीं मिली है. हाईकोर्ट के एक्टिंग चीफ न्यायाधीश जस्टिस एस चंद्रशेखर और जस्टिस अनुभा रावत चौधरी की बेंच ने ED से जवाब मांगा है.
इनपुट- आईएएनएस के साथ
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