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Bihar Chunav 2025: अगर बिहार की राजनीति में रच-बस गए चिराग पासवान तो लोजपा से कौन बनेगा मोदी का मंत्री?

Chirag Paswan News: लोजपा-रामविलास पार्टी से चिराग पासवान के अलावा अरुण भारती, वीणा देवी, शांभवी चौधरी और राजेश वर्मा सांसद हैं. चिराग द्वारा केंद्रीय मंत्री का पद छोड़ने पर पार्टी के इन 3 में से किसी एक सांसद को यह जिम्मेदारी मिल सकती है. 

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पीएम मोदी से मुलाकात करते हुए लोजपा-रामविलास के सभी सांसद
पीएम मोदी से मुलाकात करते हुए लोजपा-रामविलास के सभी सांसद
K Raj Mishra|Updated: Jun 05, 2025, 10:49 PM IST
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Chirag Paswan News: केंद्रीय मंत्री और लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के प्रमुख चिराग पासवान इस बार बिहार विधानसभा चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं. चिराग अगर बिहार की सियासत में अपना भविष्य तलाशने की कोशिश करेंगे तो उन्हें मोदी सरकार में कैबिनेट मंत्री का पद छोड़ना पड़ सकता है. अगर ऐसा हुआ तो लोजपा-रामविलास पार्टी की ओर से पीएम मोदी का सिपाही कौन होगा? इसपर भी अभी से चर्चा शुरू हो गई है. बता दें कि पिछले साल हुए लोकसभा चुनाव में लोजपा-आर को बिहार की 5 सीटें मिली थीं. पार्टी ने 100 फीसदी सक्सेस रेट के साथ अपने हिस्से की सारी सीटें जीती थीं. लोजपा-रामविलास पार्टी से चिराग पासवान के अलावा अरुण भारती, वीणा देवी, शांभवी चौधरी और राजेश वर्मा सांसद हैं. चिराग द्वारा केंद्रीय मंत्री का पद छोड़ने पर बाकी बचे चार सांसदों में से एक की किस्मत खुल जाएगी.

अरुण भारती- बिहार की जमुई सीट से लोजपा सांसद अरुण भारती, चिराग पासवान के बहनोई हैं. वे पार्टी में प्रदेश प्रभारी भी हैं. चिराग की जगह वे मोदी कैबिनेट में शामिल हो सकते हैं. सियासी जानकारों के मुताबिक, उनका नाम रेस में सबसे आगे चल रहा है. बता दें कि पार्टी और परिवार में हुए बंटवारे के वक्त अरुण भारती ने चिराग को काफी सपोर्ट किया था. यही वजह है कि 2024 के लोकसभा चुनाव में चिराग ने उन्हें अपनी सिटिंग सीट चुनाव लड़वाया था. हालांकि, अगर अरुण भारती को अपनी देने से चिराग को परिवारवाद के आरोपो का सामना परना पड़ेगा. 

वीणा देवी- अरुण भारती के बाद वीणा देवी का नाम इस रेस में दूसरे नंबर पर है. वे लोजपा की टिकट पर वैशाली सीट से लोकसभा चुनाव जीती थीं. वह पहली बार साल 2010 में गायघाट विधानसभा सीट से बीजेपी के टिकट पर विधायक बनीं थीं. उस समय वह मुजफ्फरपुर बीजेपी की अध्यक्ष थीं. बाद में उन्होंने रामविलास पासवान की पार्टी लोजपा ज्वाइन कर ली थी. वीणा देवी को केंद्रीय मंत्री बनाकर चिराग महिला सशक्तिकरण का बड़ा दांव चला सकते हैं. हालांकि वीणा देवी भूमिहार समाज से आती हैं. हालांकि, चिराग ने अगर वीणा देवी को प्रमोशन दिया तो वे दलित बनाम सवर्ण के विवाद में फंस सकते हैं.

शांभवी चौधरी- चिराग अपनी जगह पर शांभवी चौधरी को भी आगे बढ़ा सकते हैं. शांभवी युवा हैं साथ ही महिला भी हैं. लोकसभा चुनाव के वक्त पीएम मोदी ने भी शांभवी चौधरी को एनडीए का सबसे युवा प्रत्याशी बताया था. शांभवी, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के करीबी मंत्री अशोक चौधरी की बेटी हैं. इसके अलावा वह पूर्व आईपीएस अफसर कुणाल किशोर की बहू हैं. वह पहली बार चुनाव लड़कर राजनीति में डेब्यू करने जा रही हैं. शांभवी के पति शायन कुणाल से चिराग की अच्छी दोस्ती बताई जाती है. हालांकि, लोजपा-रामविलास के हिस्से में कैबिनेट मंत्री का पद है और शांभवी इस पद के लिए अभी मुफीद नहीं बैठती हैं.

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