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Bihar Chunav 2025: महागठबंधन में JMM की एंट्री का रास्ता साफ, बिहार की इन सीटों पर हो सकती है डील

JMM On Bihar Chunav 2025: झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) ने बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के लिए तैयारी शुरू कर दी है. प्रदेश में राजद और जेएमएम के बीच अच्छे तालमेल के संकेत नजर आ रहे हैं.

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हेमंत सोरेन-तेजस्वी यादव
हेमंत सोरेन-तेजस्वी यादव
K Raj Mishra|Updated: Jul 14, 2025, 11:36 AM IST
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Bihar Vidhan Sabha Chunav 2025: झारखंड में बीजेपी को करारी शिकस्त देने के बाद हेमंत सोरेन का अगला लक्ष्य अब बिहार है. जेएमएम ने बिहार चुनाव के लिए कमर कस ली है. पार्टी महागठबंधन के साथ मिलकर बिहार चुनाव लड़ना चाहती है. जेएमएम ने राजद के सामने 12 सीटों की डिमांड रखी है. पार्टी ने साफ कहा है कि अगर महागठबंधन में उसे शामिल नहीं किया गया तो पार्टी अकेले चुनाव लड़ने को भी तैयार है. जेएमएम की इस प्रेशर पॉलिटिक्स का असर होता नजर आ रहा है. राजद की ओर से पहली बार जेएमएम को भी सीटें देने के संकेत दिए गए हैं. 

राजद के राष्ट्रीय महासचिव भोला यादव ने साफ कहा है कि जेएमएम इंडिया गठबंधन का हिस्सा है. जिस तरह से दोनों दल झारखंड में साथ काम कर रहे हैं उसी तरह से बिहार में भी साथ काम करेंगे. उन्होंने यह बातें रांची में पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहीं. जेएमएम के साथ सीट बंटवारे को लेकर भोला यादव ने कहा कि दोनों दल बिहार में साथ मिलकर काम करेंगे, बाकी चीजें शीर्ष नेतृत्व तय करेगा. उन्होंने कहा कि अभी बिहार में सीट बंटवारे को लेकर कोई बैठक नहीं हुआ है.

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भोला यादव के बयान से यह तो साफ है कि जेएमएम को बिहार महागठबंधन में एंट्री का रास्ता साफ हो गया है, बस अब सीटों का गुणा-गणित सेट किया जाना बाकी है. बता दें कि जेएमएम ने जिन 12 सीटों की डिमांड की है, उनमें चकाई, कटोरिया, जमुई, धमदाहा, बांका, कटिहार, तारापुर, ठाकुरगंज, रुपौली, झाझा, मनिहारी और कोचाधामन हैं. सूत्रों के मुताबिक, जेएमएम को अगर चकाई, कटोरिया, धमदाहा, तारापुर और जमुई विधानसभा सीट भी मिल गई तो डील पक्की हो सकती है. 

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पिछली बार जेएमएम और राजद के बीच बात नहीं बन सकी थी. जेएमएम ने 12 सीटें मांगी थीं. तेजस्वी और लालू यादव के साथ कई दौर की मीटिंग के बाद भी डील नहीं हो सकी थी. जेएमएम महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने साफ कहा था कि अगर इस बार भी उसकी बात नहीं सुनी गई तो झारखंड में भी गठबंधन पर असर पड़ सकता है. माना जा रहा है कि इसी के बाद तेजस्वी यादव ने इस पर गंभीरता से विचार किया है. बता दें कि जेएमएम ने 2010 में हुए बिहार चुनाव में चकाई सीट पर सफलता हासिल की थी. उस वक्त जेएमएम की टिकट पर सुमित कुमार विधायक बने थे. 2020 में भी जेएमएम ने बिहार चुनाव में हाथ आजमाए थे, लेकिन कोई सफलता नहीं मिली थी. 

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