Bihar Vidhan Sabha Chunav 2025: बिहार की सियासत में इन दिनों लालू प्रसाद यादव छाए हुए हैं. वह लगातार 13वीं बार निर्विरोध रूप से राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने वाले हैं. इससे पहले खबरें आई थीं कि स्वास्थ्य संबंधी दिक्कतों को देखते हुए लालू यादव अब राजद की कमान अपने छोटे बेटे तेजस्वी यादव को सौंप सकते हैं, लेकिन आखिरी वक्त उन्होंने अपना डिसीजन बदल दिया. राजद की कमान लालू यादव के पास ही रहने का असर भी दिखाई देने लगा है. बिहार चुनाव से पहले आप और हम पार्टी का राजद में विलय हो गया है. राजद के प्रदेश अध्यक्ष मंगनीलाल मंडल ने सोमवार (23 जून) को इस विलय की घोषणा की.
'आप और हम' पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगन्नाथ साह ने राजद में विलय की घोषणा करते हुए अपने समर्थकों के साथ आरजेडीय की सदस्यता ग्रहण कर ली. आरजेडी के प्रदेश अध्यक्ष मंगनीलाल मंडल ने उन सभी को सदस्यता दिलाई. इस दौरान जगन्नाथ साह ने कहा कि उन्होंने लालू यादव के विचारों और तेजस्वी यादव के कार्यों से प्रभावित होकर अपनी पार्टी का राजद में विलय किया है. वहीं इस मौके पर मंगनी लाल मंडल ने सभी से संविधान और लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा के लिए सदैव संघर्षरत रहने की अपील की. बता दें कि 'आप और हम' एक गुमनाम-सी पार्टी है, जिसके खाते में अभी तक कोई उपलब्धि दर्ज नहीं है.
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उधर लालू यादव ने 13वीं बार राजद का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने के लिए नामांकन कर दिया है. उन्होंने 1997 में राजद की स्थापना की थी और तब से लेकर अब तक वही राजद अध्यक्ष के पद पर बने हुए हैं. खास बात ये है कि लालू यादव हर बार निर्विरोध रूप से ही राजद अध्यक्ष चुने जाते हैं. सियासी जानकारों के मुताबिक, विधानसभा चुनाव से ठीक पहले पार्टी की कमान छोड़ने से कोर वोटर (यादव और मुस्लिम) बिखर सकता था. यही वजह है कि लालू अभी पार्टी को किसी और के भरोसे नहीं छोड़ सकते हैं.
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