RJD New National President: बिहार विधानसभा चुनाव से पहले राजद से बड़ी खबर सामने आ रही है. सूत्रों के मुताबिक, अब राजद पार्टी में लालू यादव के युग का सूर्यास्त होने वाला है. दरअसल, इसी साल राजद में राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव होना है. राजद के इतिहास में अभी तक लालू यादव की राष्ट्रीय अध्यक्ष के पद पर विराजमान हैं, लेकिन अब उन्हें भी रिप्लेस करने की चर्चा हो रही है. राजद अध्यक्ष लालू यादव ने भी इसके संकेत दिए हैं. गुरुवार (19 जून) को हुई आरजेडी की राज्य परिषद की बैठक में लालू यादव ने पार्टी पदाधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि मुझे भी 28 सालों से आरजेडी का राष्ट्रीय अध्यक्ष के पद पर बिठाने के लिए आप सभी को बहुत-बहुत धन्यवाद. बैठक में लालू यादव ने नव-निर्वाचित प्रदेश अध्यक्ष मंगनी लाल मंडल को बधाई देते हुए कहा कि अब इंतजार करने का समय नहीं है, जो व्यक्ति मेहनत करेगा और गरीबों के लिए दिन-रात काम करेगा, वही पार्टी का उम्मीदवार बनेगा.
लालू यादव की बातों से लगा कि शायद वह आखिरी बार प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक को संबोधित कर रहे हों. इस दौरान वह धोड़ा इमोशनल भी दिखाई दिए. राजद अध्यक्ष ने पूर्व प्रदेश अध्यक्ष जगतानंद सिंह का भी आभार व्यक्त किया और कहा कि उन्होंने पार्टी को बहुत आगे बढ़ाया है. इस दौरान लालू यादव ने सभी का धन्यवाद किया और कहा कि तेजस्वी यादव को हर हालत में पार्टी से मुख्यमंत्री बनाना है और इस पर कोई संदेह नहीं होना चाहिए. सूत्रों के अनुसार, तेजस्वी यादव अब राजद में राष्ट्रीय अध्यक्ष पद से लालू यादव की विदाई चाहते हैं और इसके उन्होंने अपने पिता को मना भी लिया है. अब इस कुर्सी में पूर्व प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह को बिठाने की तैयारी चल रही है. इसके दो बड़े कारण बताए जा रहे हैं.
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पहला कारण- लालू यादव की जगह जगदानंद सिंह के राजद का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने से लालू यादव के जंगलराज वाली छवि से उनको मुक्ति मिल जाएगी. इसके बाद एनडीए नेता तेजस्वी पर उनके माता-पिता के कार्यकाल को लेकर हमला नहीं कर सकेंगे. बता दें कि तेजस्वी यादव जब से राजनीति में आए हैं, उन्होंने पार्टी को आगे बढ़ाने के लिए काफी मेहनत की है. वह चुनावों में अपनी पूरी ताकत झोंक देते हैं. इसके बावजूद उन्हें उनकी मेहनत के अनुसार रिजल्ट नहीं मिल पाता है. 2020 के विधानसभा चुनाव हों या 2024 का लोकसभा चुनाव, तेजस्वी यादव ने कोई कसर नहीं छोड़ी थी, लेकिन नीतीश कुमार के आगे वह बेबस रहे. चुनाव के नतीजों से साफ जाहिर होता है कि लालू यादव के शासनकाल की डरावनी यादें लोगों के जेहन में आज भी मौजूद हैं. लालू यादव द्वारा राष्ट्रीय अध्यक्ष पद छोड़ते ही एक नए युग की शुरुआत हो जाएगी.
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दूसरा कारण- जानकारी के मुताबिक, आरजेडी आगामी 5 जुलाई को राष्ट्रीय अध्यक्ष के नाम की घोषणा कर देगी. जगदानंद सिंह को राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाकर तेजस्वी यादव बड़ा दांव खेलने की तैयारी कर रहे हैं. यह वैसे ही होगा जैसे कांग्रेस पार्टी में गांधी परिवार ने मल्लिकार्जुन खरगे को राष्ट्रीय अध्यक्ष की कुर्सी सौंप रखी है. जगदानंद सिंह, लालू यादव के पुराने साथियों और राजद के संस्थापक सदस्यों में से एक हैं. दोनों का रिश्ता इतना गहरा है कि लालू उन्हें प्यार से ‘जगदा बाबू’ कहकर बुलाते हैं. लालू यादव के अच्छे और बुरे वक्त में जगदा बाबू हमेशा उनके साथ खड़े रहे. हालांकि, लालू के बेटे तेज प्रताप यादव ने कई बार जगदानंद के खिलाफ खुलकर बयान दिए. तेज प्रताप ने तो उन्हें ‘हिटलर’ तक कहा था. इसके जवाब में जगदा बाबू ने कहा था कि मैं सिर्फ लालू प्रसाद के प्रति जिम्मेदार हूं. जगदा बाबू राजपूत समाज से आते हैं. उनके कारण ही राजद को राजपूत समाज वोट मिलता है. चुनावी साल में उन्हें प्रदेश अध्यक्ष की कुर्सी से हटाने से पार्टी को नुकसान हो सकता था. अब उन्हें राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाकर डैमेज कंट्रोल करने की कोशिश है.
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