Bihar Politics: बिहार के आरा में रविवार को रैली करते हुए लोक जनशक्ति पार्टी (Ramvilas) के प्रमुख ने यह दावा किया कि उनका संगठन सभी 243 सीटों पर विधानसभा चुनाव लड़ेगा. उनके इस दावे के बाद एनडीए की एकजुटता पर सवाल उठने लगे हैं. जेडीयू बेचैन हो गई है. भाजपा नेता भी खड़भड़ा गए हैं. किसी के समय में यह बात नहीं आ रही है कि पहले तो चिराग पासवान ने विधानसभा चुनाव लड़ने का फैसला किया और उसके बाद अब सभी 243 सीटों पर चुनाव लड़ने के दावे से गठबंधन पर सवाल उठने लगे हैं. चिराग पासवान के दावों के बीच यह जान लेना जरूरी हो जाता है कि विधानसभा चुनाव 2020 में उनकी पार्टी का प्रदर्शन कैसा था. 2020 में लोजपा ने राज्य की 137 सीटों पर चुनाव लड़ा था और केवल एक सीट ही जीत पाई थी. इसके अलावा लोजपा केवल 9 सीटों पर दूसरे नंबर पर रही थी. बाकी सीटों पर पार्टी का प्रदर्शन बहुत निराशाजनक रहा था.
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चिराग पासवान की पार्टी ने 2020 में 137 सीटों में 4 पर भाजपा के 4 बागियों को प्रत्याशी बनाया था तो 2 सीटों पर जेडीयू के बागी उम्मीदवार पार्टी के निशान पर चुनाव लड़ रहे थे. लोजपा को तब 5.66 प्रतिशत वोट हासिल हुए थे.
इन 9 सीटों पर दूसरे नंबर पर रही थी लोजपा
जगदीशपुर: भोजपुर की इस सीट से जेडीयू के बागी नेता भगवान सिंह कुशवाहा को यहां से लोजपा ने उम्मीदवार बनाया था. जेडीयू ने यहां से मुखिया शुषुमलता को प्रत्याशी बनाया था, जिससे नाराज होकर भगवान सिंह कुशवाहा ने पार्टी छोड़ दी थी. भगवान सिंह कुशवाहा 2018 में उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी छोड़कर जेडीयू में शामिल हुए थे. भगवान सिंह कुशवाहा को चुनाव में 44,151 वोट हासिल हुए थे, लेकिन वे राजद के रामविष्णु सिंह से हार गए थे. रामविष्णु सिंह को 65,643 वोट हासिल हुए थे. इस सीट पर जेडीयू तीसरे नंबर पर खिसक गई थी और शुषुमलता को 28913 वोटों से संतोष करना पड़ा था.
कदवा: यह विधानसभा सीट कटिहार जिले में आती है और लोजपा ने यहां से भाजपा के बागी डॉ. चंद्रभूषण ठाकुर को मैदान में उतारा था. मुस्लिम बहुल इस सीट से कांग्रेस के शकील अहमद खान ने 32,402 वोटों से जीत हासिल की थी. डॉ. चंद्रभूषण ठाकुर यहां दूसरे नंबर पर रहे थे और जेडीयू प्रत्याशी सूरज प्रकाश राय केवल 31,581 वोटों के साथ तीसरे स्थान पर रहे थे.
कस्बा: पूर्णिया जिले की इस विधानसभा सीट से लोजपा ने भाजपा के एक और बागी प्रदीप कुमार दास को उम्मीदवार बनाया था. यह सीट महागठबंधन की ओर से कांग्रेस के खाते में चला गया था. कांग्रेस ने इस सीट से आफाक आलम को प्रत्याशी बनाया था. आफाक आलम ने प्रदीप कुमार दास को 17,278 वोटों से हराया था. इस सीट से हम यानी हिन्दुस्तानी अवाम मोर्चा के प्रत्याशी राजेंद्र यादव 23,658 वोटों के साथ तीसरे नंबर पर रहे थे.
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ओबरा: औरंगाबाद जिले की इस विधानसभा सीट पर भी लोजपा प्रत्याशी प्रकाश चंद्रा दूसरे स्थान पर रहे थे. राजद ने यहां से ऋषि कुमार को प्रत्याशी बनाया था, जिन्होंने लोजपा प्रत्याशी प्रकाश चंद्रा को 22,668 वोटों से हराया था. इस सीट से जेडीयू प्रत्याशी सुनील कुमार 25,016 वोटों के साथ तीसरे स्थान पर रहे थे.
रघुनाथपुर: यह विधानसभ सीट सीवान जिले में पड़ती है और यहां से भाजपा के बागी मनोज कुमार सिंह बतौर लोजपा प्रत्याशी उम्मीदवार थे. यह सीट गठबंधन में जेडीयू को चली गई तो मनोज कुमार सिंह बागी हो गए थे. यहां से राजद ने हरिशंकर यादव को उम्मीदवार बनाया था. हरिशंकर यादव ने मनोज कुमार सिंह को 17,965 वोटों से मात दी थी. जेडीयू प्रत्याशी राजेश्वर चौहान 26,084 वोटों के साथ तीसरे स्थान पर रहे थे.
रूपौली: पूर्णिया इस सीट से जेडीयू ने बीमा भारती को प्रत्याशी बनाया था और लोजपा से प्रत्याशी के रूप में उतरे थे शंकर सिंह. बीमा भारती ने शंकर सिंह को 19,330 वोटों के अंतर से हराया था. भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के प्रत्याशी विकास चंद्र मंडल 41,646 वोट हासिल कर तीसरे स्थान पर रहे थे.
हरनौत: नालंदा जिले की हरनौत विधानसभा सीट से लोजपा ने ममता देवी को प्रत्याशी बनाया था. इस सीट से जेडीयू प्रत्याशी हरिनारायण सिंह ने 27,000 से ज्यादा वोटों से जीत हासिल की थी. कुंदन कुमार ने कांग्रेस प्रत्याशी के रूप में 21,000 से अधिक वोट हासिल कर तीसरा स्थान हासिल किया था. हरनौत से ही नीतीश कुमार ने 1977 में पहला विधानसभा चुनाव लड़ा था.
दिनारा: बक्सर जिले की इस सीट से भी लोजपा ने भाजपा के बागी राजेंद्र सिंह को प्रत्याशी बनाया था. राजद के विजय मंडल ने इस विधानसभा सीट से चुनाव लड़ते हुए 58,921 वोट हासिल किए थे और जीत हासिल की थी. लोजपा प्रत्याशी राजेंद्र सिंह को 51,025 वोट हासिल हुए थे. जेडीयू प्रत्याशी जय कुमार सिंह 27,009 वोट पाकर तीसरे स्थान पर रहे थे.
ब्रह्मपुर: बक्सर जिले की इस विधानसभा सीट से लोजपा ने बाहुबली नेता हुलास पांडे को मैदान में उतारा था. राजद ने शंभूनाथ यादव को मैदान में खड़ा किया था, जिन्होंने 50,000 से अधिक वोटों के अंतर से जीत हासिल की थी. विकासशील इंसान पार्टी के जयराम चौधरी को 30,000 से अधिक वोट हासिल हुए थे और वे तीसरे नंबर पर रहे थे.
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मटिहानी: बेगूसराय जिले की एकमात्र सीट, जहां लोजपा 2020 के विधानसभा चुनाव में खाता खोल पाई थी. यहां से लोजपा प्रत्याशी राजकुमार सिंह ने जेडीयू के बाहुबली नरेंद्र कुमार सिंह उर्फ बोगो सिंह को केवल 55 वोटों के अंतर से हराया था. तीसरे स्थान पर भाकपा माले के राजेंद्र प्रसाद सिंह रहे, जिन्हें 59,875 वोट हासिल हुए थे.