Misa Bharti News: बिहार में आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर अभी से सभी पार्टी एक-दूसरे को घेरती नजर आ रही है. इसी कड़ी में आज (शुक्रवार, 9 अगस्त) लोकसभा में राजद अध्यक्ष लालू यादव की बेटी और पाटलिपुत्र सीट से सांसद मीसा भारती ने सीएम नीतीश कुमार से अपील की वे मोदी सरकार से समर्थन वापस ले लें. मीसा के इस बयान पर बिहार का सियासी पारा चढ़ गया है. कुछ लोग इसे मीसा भारती की चुनौती बता रहे हैं, तो वहीं कुछ लोगों को ये ऑफर लग रहा है. दरअसल, सदन में प्रश्नकाल के दौरान जेडीयू के सांसद गिरधारी यादव ने कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल से सवाल किया था कि क्या भागलपुर और बिहार के किसी अन्य जिले में उच्च न्यायालय पीठ की स्थापना का विचार है? इस पर मंत्री का जवाब सुनकर मीसा भारती भड़क गईं और उन्होंने अपने बोलने के क्रम में नीतीश कुमार को मोदी सरकार से समर्थन वापस लेने की सलाह दे डाली.
बता दें कि जेडीयू सांसद के सवाल का जवाब देते हुए कानून मंत्री ने अर्जुन राम मेघवाल कहा कि अगर कोई पीठ की स्थापना की मांग होती तो उसके लिए जरूरी है कि उच्च न्यायालय का प्रस्ताव आना चाहिए, राज्य सरकार की सहमति और राज्यपाल की सहमति होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि अगर ऐसा होता है तो फिर विचार किया जाता है. इसके बाद मीसा भारती ने पूरक प्रश्न पूछने के दौरान कहा कि वह मंत्री के जवाब से संतुष्ट नहीं हैं. मीसा ने जेडीयू सांसद से कहा कि अगर वे अपनी सरकार से भागलपुर या बिहार के किसी अन्य क्षेत्र में पटना हाई कोर्ट की पीठ स्थापित नहीं करवा सकते, तो उन्हें नरेंद्र मोदी सरकार से समर्थन वापस ले लेना चाहिए. बिहार की जनता को धोखा देने का काम नहीं करें.
ये भी पढ़ें- देश में कब लागू होगा 'वन नेशन-वन इलेक्शन'? JDU सांसद के सवाल पर मंत्री ने दिया जवाब
इस पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने उन्हें टोकते हुए कहा कि वो भाषण देने का काम ना करें. इसके बाद ओम बिरला ने मंत्री को बोलने का समय दे दिया. वहीं सदन के बाहर पत्रकारों से बात करते हुए भी मीसा भारती ने मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा. विशेष राज्य का दर्जा को लेकर मीसा भारती ने कहा कि बिहार में डबल इंजन की सरकार है, नीतीश कुमार जी भी एक समय मांग कर रहे थे, पीएम ने बिहार जाकर कहा था कि बिहार को विशेष राज्य का दर्जा और पैकेज दिया जाएगा. आज पीएम को ही अपनी बात याद नहीं है.. बिहार की जनता को धोखा दिया गया है.