Jan Suraj Election Symbol: बिहार में इस साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले इलेक्शन कमीशन ने प्रशांत किशोर की पार्टी जन सुराज को चुनाव चिह्न आवंटित कर दिया है. चुनाव आयोग से मिले इलेक्शन सिंबल को देखकर पीके काफी खुश हो गए. बता दें कि बिहार चुनाव में पीके ने जिस बात को अपना सबसे बड़ा मुद्दा बनाया है, वही अब उनकी पार्टी का चुनाव चिह्न बन गया है. दरअसल, चुनाव आयोग ने जन सुराज पार्टी को 'स्कूल बैग' का निशान अलॉट किया गया है. अब इसी चिह्न के साथ पीके की पार्टी आगामी विधानसभा चुनाव में उतरेगी.
बता दें कि प्रशांत किशोर ने बिहार की सभी 243 सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारने का ऐलान किया है. बिहार चुनाव में पीके का सबसे बड़ा चुनावी मुद्दा बिहार की शिक्षा व्यवस्था है. पीके का कहना है कि सरकार शिक्षा पर हर साल 50 हज़ार करोड़ रुपये खर्च करती है, लेकिन बिहार के 50 बच्चों को भी ढंग की शिक्षा नहीं मिल पाती. उनका कहना है कि नेता जानबूझकर शिक्षा व्यवस्था को खराब रखना चाहते हैं ताकि गरीब लोग सिर्फ खिचड़ी और अनाज के लालच में उन्हें वोट देते रहें. इतना ही नहीं प्रशांत किशोर ने वादा किया कि जन सुराज सरकार बनने पर 15 साल तक के बच्चों को प्राइवेट स्कूलों में मुफ्त शिक्षा दी जाएगी.
ये भी पढ़ें- 'छोटे मोटे राज्य...' कांग्रेस अध्यक्ष ने फिर किया बिहार का अपमान, NDA ने खोला मोर्चा
पीके अपनी हर जनसभा में जनता से कहते हैं कि आप गरीब और बेरोजगार इसलिए हैं, क्योंकि आपने जिनको वोट दिया, वो नहीं चाहते कि आपके बच्चे पढ़ें. वो केवल खिचड़ी और 4 किलो अनाज का लालच देकर आपसे आपका वोट लेना चाहते हैं. नीतीश सरकार पर आरोप लगाते हुए पीके कह रहे हैं कि नेता और अधिकारी जानते हैं कि बिहार के स्कूलों में शिक्षा का स्तर बहुत नीचे है, लेकिन वे जानबूझकर इसे सुधारने की कोशिश नहीं करते. प्रशांत किशोर के मुताबिक, जन सुराज पार्टी का मुख्य उद्देश्य बिहार में शिक्षा, रोजगार और प्रशासनिक सुधारों पर जोर देना है.
बिहार-झारखंड की नवीनतम अपडेट्स के लिए ज़ी न्यूज़ से जुड़े रहें! यहां पढ़ें Bihar-Jharkhand News In Hindi और पाएं Bihar-Jharkhand Latest News In Hindi हर पल की जानकारी. बिहार-झारखंड की हर खबर सबसे पहले आपके पास, क्योंकि हम रखते हैं आपको हर पल के लिए तैयार. जुड़े रहें हमारे साथ और बने रहें अपडेटेड!