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RJD Politics: क्या राजद में खत्म होने वाला है लालू प्रसाद का युग, कौन बन सकता है अगला अध्यक्ष

RJD New National President: राजद के नए राष्ट्रीय अध्यक्ष की रेस में तेजस्वी यादव से लेकर मीसा भारती और राज्यसभा सांसद मनोज झा का भी नाम चल रहा है. हालांकि, लालू परिवार के बाहर किसी को कमान सौंपना मुश्किल लग रहा है.

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राजद को नए अध्यक्ष की तलाश
राजद को नए अध्यक्ष की तलाश
K Raj Mishra|Updated: Jun 17, 2025, 06:49 PM IST
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RJD National President Election: बिहार विधानसभा चुनाव से पहले राजद के संगठन में बड़ा बदलाव हुआ है. पार्टी ने प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी जगदानंद सिंह से लेकर मंगनी लाल मंडल को सौंप दिया है. अब पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव होना है. राजद के इतिहास में अभी तक लालू यादव की राष्ट्रीय अध्यक्ष के पद पर विराजमान हैं, लेकिन अब उन्हें भी रिप्लेस करने की चर्चा हो रही है. राजद से जुड़े सूत्रों के अनुसार, लालू यादव की सेहत को देखते हुए अब राजद को नया राष्ट्रीय अध्यक्ष मिल सकता है. राजद के नए राष्ट्रीय अध्यक्ष की रेस में तेजस्वी यादव से लेकर मीसा भारती और राज्यसभा सांसद मनोज झा का भी नाम चल रहा है. हालांकि, देश की परिवारवादी पार्टियों के इतिहास को देखकर नहीं लगता कि लालू परिवार से बाहर राष्ट्रीय अध्यक्ष का पद जाने वाला है. 

देश की सभी क्षेत्रीय पार्टियों के राष्ट्रीय अध्यक्ष एक ही परिवार के होते आए हैं. ऐसे में देखना यह होगा कि क्या राजद भी इस परंपरा को कायम रखेगी या रिजनल पार्टियों के इतिहास के सामने एक नया उदाहरण पेश करेंगे? मुलायम सिंह यादव ने जब समाजवादी पार्टी की स्थापना की थी, तब उन्होंने सोचा भी नहीं होगा कि एक दिन उन्हें अपने परिवार और पार्टी में बिखराव को देखना पड़ेगा. समाजवादी पार्टी में उस वक्त संकट आया था, जब अखिलेश यादव और शिवपाल यादव के बीच अधिकारों की जंग छिड़ गई थी. अखिलेश अपने पिता मुलायम सिंह यादव को रिप्लेस करते हुए खुद राष्ट्रीय अध्यक्ष बन गए थे और चाचा शिवपाल यादव को पार्टी से बाहर कर दिया गया था. शिवपाल ने अपनी नई पार्टी प्रसपा बनाई. हालांकि, बाद में उन्होंने फिर से सपा में इसका विलय कर दिया.

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हरियाणा के दिवंगत नेता चौधरी देवी लाल ने 1999 में इंडियन नेशनल लोकदल का गठन किया था. आज उनके बाद बेटों के पास पार्टी की कमान है. राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी का गठन शरद पवार ने किया था, उनकी पार्टी को भतीजे अजीत पवार ने तोड़ दिया. NCP के असली मालिक अजीत पवार बन गए हैं. बाल ठाकरे ने 1966 में शिवसेना का गठन किया था. बाद में कमान उद्धव ठाकरे को मिली. उद्धव के समय एकनाथ शिंदे ने पार्टी तोड़ दी और दोनों नेता अपने-अपने हिस्से की शिवसेना के मालिक हैं. तमिलनाडु में DMK का गठन सीएन अन्नादुराई ने 1949 में किया. एम. करुणानिधि के नेतृत्व संभालने के बाद उनके परिवार के ही अध्यक्ष बन रहे हैं. हरियाणा जनहित कांग्रेस का गठन भजन लाल ने 2007 में किया तब से परिवार के पास ही अध्यक्ष का पद है. शिरोमणि अकाली दल (SAD) का गठन मास्टर तारा सिंह ने 1920 में किया. तब से बादल परिवार के पास ही अध्यक्ष बन पद है.

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