trendingNow/india/bihar-jharkhand/bihar02521396
Home >>BH Saran

Sonpur Mela: सोनपुर मेले में नौटंकी कंपनियों को कार्यक्रम पेश करने की मिली अनुमति, व्यापारियों में जगी आस

Sonpur Mela: बिहार के सारण जिले के सोनपुर का विश्व प्रसिद्ध और एशिया का सबसे बड़ा पशु मेला, जिसे सोनपुर मेला के नाम से जाना जाता है. इसमें समय-समय पर बदलाव होता रहा है. लेकिन यहां आने वाले सैलानियों का आकर्षण अब नौटंकी कंपनियों के कार्यक्रम होते हैं. जिसके लिए सारण जिला प्रशासन ने मेला उद्घाटन के 5 दिन बाद नौटंकी कंपनियों को कार्यक्रम पेश करने की अनुमति दी है.

Advertisement
सोनपुर मेले में नौटंकी कंपनियों को कार्यक्रम पेश करने की मिली अनुमति, व्यापारियों में जगी आस
सोनपुर मेले में नौटंकी कंपनियों को कार्यक्रम पेश करने की मिली अनुमति, व्यापारियों में जगी आस
Zee Bihar-Jharkhand Web Team|Updated: Nov 19, 2024, 07:02 PM IST
Share

Sonpur Mela: हाजीपुर: बिहार में गंगा-गंडक नदी के संगम पर विश्व प्रसिद्ध ऐतिहासिक सोनपुर मेला में भीड़ बढ़ती जा रही है. खास बात यह है कि समय-समय पर इसमें बदलाव होता रहा. कहने को तो यह मेला एशिया का सबसे बड़ा पशु मेला है, लेकिन यहां आने वाले सैलानियों का आकर्षण अब नौटंकी कंपनियों के कार्यक्रम होते हैं. पौराणिक स्थल हरिहर नाथ मंदिर के निकट प्रत्येक वर्ष लगने वाले इस मेले में देश-विदेश के श्रद्धालु तथा पर्यटकों का आगमन होता है.

ये भी पढ़ें: 12 घंटे बाद पहुंची बम निरोधक दस्ता, लेटलतीफी से हो सकता था कोई बड़ा हादसा

सारण जिला प्रशासन ने मेला उद्घाटन के पांच दिन बाद नौटंकी कंपनियों को कार्यक्रम पेश करने की अनुमति दी है. अनुमति मिलने के बाद अब मेले में जहां रौनक बढ़ने की उम्मीद है, वहीं व्यापारियों में भी उम्मीद बढ़ी है.

पहले इस मेले में आने वाले दूर-दराज के लोगों के रात में मनोरंजन के लिए गीत और संगीत का कार्यक्रम होता था. बाद में इसकी जगह नौटंकी ने ले लिया. अब तो नौटंकी (थियेटर) इस मेले की पहचान हो गई है.

मेले में पहुंचने वाले कारोबारियों का कहना है कि नौटंकी की वजह से ही उनकी दुकान चलती है. जब मेले में हाथी, घोड़े की खरीद-बिक्री होती थी, तब लोग हाथी और घोड़ा देखने मेले में आते थे. अब इस परंपरा का मात्र निर्वहन किया जाता है.

ये भी पढ़ें: Gopal Jee Thakur Meet Nirmala Sitharaman: सांसद गोपाल जी ठाकुर ने निर्मला सीतारमण से की मुलाकात, मिथिला पाग, चादर और मखान माला से किया अभिनंदन

इस साल भी अब तक एक हाथी नहीं आया है, लेकिन कुछ घोड़ा लाए गए हैं. बताया गया कि इस साल छह नौटंकी कंपनियों को लाइसेंस जिला प्रशासन द्वारा दिया गया है. नौटंकी देखने के लिए पटना से लोग भी यहां पहुंचते हैं. लोगों की भीड़ जब आती है, तो मेले के दुकानों की बिक्री बढ़ जाती है. लोग कहते हैं कि मेले में रात को भी भीड़ लग जाती है.

इनपुट - आईएएनएस

बिहार की नवीनतम अपडेट्स के लिए ज़ी न्यूज़ से जुड़े रहें! यहाँ पढ़ें Bihar News in Hindi और पाएं Bihar latest News in Hindi  हर पल की जानकारी । बिहार की हर ख़बर सबसे पहले आपके पास, क्योंकि हम रखते हैं आपको हर पल के लिए तैयार। जुड़े रहें हमारे साथ और बने रहें अपडेटेड!

 

Read More
{}{}