GNM Suicide In Sitamarhi: सीतामढ़ी के सदर अस्पताल में काम करने वाले आशीष शर्मा ने गुरुवार शाम अपने कमरे में आत्महत्या कर ली. वह राजस्थान के रहने वाले थे और 2016 से GNM के पद पर थे. अस्पताल के लोग बताते हैं कि आशीष बहुत ही शांत और ईमानदार इंसान थे, लेकिन पिछले कुछ महीनों से अस्पताल अधीक्षक के बुरे और तानाशाही व्यवहार की वजह से मानसिक तनाव में थे.
आशीष के साथ काम करने वालों ने बताया कि 10 दिन पहले ही सिविल सर्जन से अधीक्षक की शिकायत की गई थी. कर्मचारियों ने कहा था कि अधीक्षक अपने पद का गलत इस्तेमाल करते हैं, कर्मचारियों को मानसिक रूप से परेशान करते हैं और उन पर गलत दबाव डालते हैं. फिर भी प्रशासन ने कोई कदम नहीं उठाया. इस वजह से आशीष इतना परेशान हो गए कि उन्होंने अपनी जान ले ली.
इस घटना के बाद अस्पताल में हंगामा मच गया. गुस्साए ANM और GNM कर्मचारियों ने आशीष के शव के साथ धरना शुरू कर दिया और उनके लिए इंसाफ की मांग की. कर्मचारियों का कहना था कि अधीक्षक का रवैया सभी के लिए डर का कारण बन चुका था.
आशीष का शव करीब 30 घंटे तक अस्पताल में रखा रहा. फिर SDM संजीव कुमार और सिविल सर्जन अखिलेश कुमार वहां पहुंचे. उन्होंने कर्मचारियों और आशीष के परिवार को जांच और कार्रवाई का भरोसा दिया. इसके बाद शव का पोस्टमार्टम हुआ और उसे परिवार को सौंप दिया गया.
आशीष के चाचा दिनेश शर्मा और भाई प्रमोद शर्मा ने बताया कि आशीष कई दिनों से मानसिक तनाव में था. उन्होंने अस्पताल प्रशासन को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि ये आत्महत्या नहीं, बल्कि तनाव की वजह से हुई मौत है.
अस्पताल के बाकी कर्मचारियों का कहना है कि अगर प्रशासन ने पहले कुछ किया होता तो आशीष आज जिंदा होता. ANM मनीषा कुमारी और सविता कुमारी ने कहा कि अधीक्षक की प्रताड़ना से सारा नर्सिंग स्टाफ डरा हुआ था. अब वे अधीक्षक के खिलाफ सख्त कार्रवाई और उनके निलंबन की मांग कर रहे हैं.
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