सहरसा: गुजरात के भुज में भारत-पाकिस्तान सीमा पर ड्यूटी के दौरान शहीद हुए BSF के सहायक कमांडेंट विश्वदेव झा का पार्थिव शरीर उनके पैतृक गांव कहरा पहुंचा. हजारों लोग शहीद को अंतिम विदाई देने पहुंचे. गांव के लोगों में अपने लाल के जाने का गम और देश की रक्षा के लिए उसकी शहादत पर गर्व था. शहीद का अंतिम संस्कार पूरे राजकीय सम्मान के साथ किया गया. जवानों ने गार्ड ऑफ ऑनर देकर सलामी दी. शहीद के बड़े भाई ने मुखाग्नि दी और वे पंचतत्व में विलीन हो गए. 45 वर्षीय विश्वदेव झा, 2004 में BSF में सब इंस्पेक्टर बने और प्रोन्नति पाकर सहायक कमांडेंट बने. वे अपने पीछे 12 वर्षीय पुत्री और 5 वर्षीय पुत्र को छोड़ गए हैं.
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