Bihar Chunav 2025 Nautan Seat: इस साल के अंत में बिहार में विधानसभा चुनाव होने वाला है. दिग्गज नेता एक बार फिर जनता के बीच में वोट मांगने जाएंगे. पिछले 5 साल में नेताओं ने क्या किया और क्या नहीं किया, इसका हिसाब जनता लेने वाली है. पश्चिम चम्पारण में भी कई सीटों पर नेताओं की साख दांव पर है. नौतन विधानसभा सीट की बात करें तो वर्तमान विधायक नारायण प्रसाद की प्रतिष्ठा भी कसौटी पर होगी. नारायण प्रसाद लगातार दो बार विधानसभा चुनाव जीत चुके हैं और राज्य सरकार में मंत्री भी रह चुके हैं. इस बार वे हैट्रिक लगाने की कोशिश कर रहे हैं. सबसे बड़ी बात यह है कि जिस क्षेत्र में डाकुओं की तूती बोलती थी, वहां नारायण प्रसाद ने कमल खिलाया था. वे जनसंपर्क शुरू भी कर चुके हैं, जबकि महागठबंधन में किसके खाते में यह सीट जाएगी, यह अभी तक तय नहीं है. आइए, जानते हैं, नौतन विधानसभा सीट पर इतिहास में क्या हुआ था.
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2009 में नौतन सीट पर हुए उपचुनाव में बसपा के टिकट पर नारायण प्रसाद पहली बार विधायक बने थे. तब उन्होंने जदयू की मनोरमा देवी को हराया था. 2010 के विधानसभा चुनाव में जदयू की मनोरमा देवी ने नारायण प्रसाद को मात दे दी थी. तब नारायण प्रसाद लोजपा के टिकट पर मैदान में थे. 2015 में जदयू के पूर्व सांसद और दिग्गज नेता वैधनाथ प्रसाद महतो से नारायण प्रसाद का सामना हुआ. इस बार नारायण प्रसाद भाजपा से मैदान में थे और वैद्यनाथ प्रसाद महतो को हार का सामना करना पड़ा था. तब नारायण प्रसाद ने यहां से कमल खिलाया था. उसके बाद 2020 के विधानसभा चुनाव में भाजपा से नारायण प्रसाद ने कांग्रेस प्रत्याशी शेख कामरान को बड़े अंतर से हराया था.
बिहार विधानसभा चुनाव में जातीय समीकरण काफी मायने रखते हैं, यह तो सभी जानते हैं. नौतन विधानसभा क्षेत्र में वैश्य आबादी लगभग 50,000 है. कुर्मी और कोइरी की आबादी यहां 38,000 से अधिक है. सवर्ण की बात करें तो यह संख्या 18,000 के आसपास है. दूसरी ओर, 40,000 मुसलमान और करीब 22,000 यादव वोट नौतन विधानसभा क्षेत्र में हैं. यहां सबसे अधिक 44,000 दलित निवास करते हैं. इनमें से 40 हजार मुसलमान और 22 हजार यादवों को छोड़ बाकी जातियां एनडीए को वोट करती हैं. यह अलग बात है कि नीतीश कुमार के भाजपा से अलग होने की स्थिति में कुर्मी और कोइरी वोटबैंक शिफ्ट होता जाता है.
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विकास की बात करें तो इस साल नौतन और बैरिया के लिए 45 सड़कों का टेंडर हो रहा है. चुनाव से पहले सभी सड़कों का काम शुरू होना तय है. करीब 65 करोड़ से बैरिया में 26 सड़क और नौतन क्षेत्र में 19 सड़क बनाए जाने हैं. संत घाट से पखनाहा 11 किमी की सड़क 20 करोड़ की योजना से बनने जा रही है, तो धूमनगर पुल का आठ करोड़ में टेंडर हुआ है. वहीं दक्षिण तेलुआ के पुल का 6 करोड़ में टेंडर हुआ है. चुनाव से पहले ये सभी योजनाएं धरातल पर उतर सकती हैं. इसके अलावा 108 करोड़ से जगदीशपुर से मंगलपुर तक सड़क बनकर तैयार है. नरायण प्रसाद ने पटजीरवा माई स्थान और खड्डा माई स्थान का 12 करोड़ रुपये से जीर्णोद्धार कराया है. बेतिया के बसवारिया से नौतन जाने वाली सड़क का चौडीकरण भी कराने का सरकार ने आश्वासन दिया है.
हालांकि ऐसा नहीं है कि नौतन विधानसभा क्षेत्र में समस्याएं हैं ही नहीं. नौतन विधानसभा क्षेत्र की जनता की प्रमुख मांग बाढ़ कटाव से बचाव के लिए बांध है. अमूमन हर साल बाढ़ कटाव से बैरिया और नौतन के हजारों लोग प्रभावित होते हैं. पूजहा से लेकर मंगलपुर तक जनता पक्के बांध की मांग कर रही हैं, जो अभी तक अधूरा है. यही नहीं, जनता भ्रष्टाचार से भी परेशान है. अंचल और ब्लॉक के अलावा थानों में जनता को हर काम के लिए अफसरों को रिश्वत देनी पड़ रही है. इससे क्षेत्र की जनता कराह रही है. जमीन का रसीद हो, दाखिल ख़ारिज हो, पीएम आवास हो, पेंशन हो, थाने में शिकायत हो, सभी के लिए रिश्वत देनी पड़ रही है, जिससे लोगों में भारी आक्रोश है.
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नौतन विधानसभा सीट पर भाजपा की दावेदारी मजबूत दिख रही है. उनका जनसंपर्क अभियान भी शुरू हो चुका है, लेकिन अभी तक यह नहीं पता कि महागठबंधन में यह सीट किस पार्टी के खाते में आने वाली है. पिछली बार चुनाव के 15 दिन पहले कांग्रेस के शेख कामरान को टिकट मिला था, जो बुरी तरह पराजित हुए थे. अभी तक इस क्षेत्र में विपक्ष की ओर से कोई दावेदारी नहीं दिख रही है. अगर फिर से महागठबंधन चुनाव के एक महीने पहले सीटों का बंटवारा करता है तो इस सीट पर भाजपा फिर से बढ़त ले सकती है.
नौतन विधानसभा 2005 के पहले मिनी चंबल के नाम से जाना जाता था. यहां दस्यु सरगनाओं की समानांतर सत्ता चलती थी. सत्ता ऐसी चलती थी कि अपहृत को छुड़ाने के लिए पुलिस दस्यु सरदारों के कचहरी में जाकर गुहार लगाते थे. यह वही क्षेत्र है, जहां दस्यु सरदार भागड़ यादव की समानांतर सत्ता चलती थी. दस्यु सरदार ने अपने भाई सत्तन यादव को बंदूक के दम पर 1995 में विधायक बनवा दिया था. फुलेना चौधरी, नवल यादव, बुन्नी यादव, जट्टा यादव, राममूर्ति राव आदि दस्यु सरदारों की समानांतर सत्ता चलती थी, जिसे लोग आज तक नहीं भूल पाए हैं. हालांकि, महागठबंधन का समीकरण भी यहां काफी मजबूत है.
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बता दें कि नौतन विधानसभा क्षेत्र में कुल मतदाताओं की संख्या 2,91,254 है, जिसमें पुरुष मतदाता 1,56,588 है. महिला मतदाता 1,34,647 है.
रिपोर्ट: धनंजय द्विवेदी