पश्चिमी चंपारण: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कुछ ही घंटों में वाल्मीकिनगर के घोठवा टोला से अपनी बहुप्रतीक्षित प्रगति यात्रा की शुरुआत करेंगे. इसको लेकर क्षेत्र में जोरदार तैयारियां चल रही हैं. कदमहिया गांव में दो हेलीपैड बनाए गए हैं और सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. एसपीजी की टीम ने इलाके को अपने घेरे में ले लिया है और सैकड़ों सुरक्षाकर्मी एवं अधिकारी निगरानी में जुटे हुए हैं.
वाल्मीकि टाइगर रिजर्व के घने जंगलों के बीच बसे इस आदिवासी बहुल क्षेत्र की तस्वीर मुख्यमंत्री के दौरे से पहले पूरी तरह बदल गई है. सड़क, गली-नाली और पुल-पुलिया का निर्माण कार्य तेजी से पूरा किया गया है. हेल्थ वेलनेस सेंटर, कचरा निस्तारण केंद्र और आधुनिक आंगनबाड़ी केंद्र जैसे सुविधाओं को शुरू किया गया है. ग्रामीणों के घरों के सामने और पीछे पेवर ब्लॉक लगाकर गांव को चमकाया गया है. यह बदलाव देखकर ग्रामीण बेहद उत्साहित हैं और मुख्यमंत्री के स्वागत की तैयारियों में जुटे हुए हैं.
ग्रामीणों ने खुशी जाहिर करते हुए कहा कि यह पहली बार है जब उनके गांव को इस तरह का विकास देखने को मिला है. वे सरकार और अधिकारियों का आभार व्यक्त कर रहे हैं कि इस पिछड़े और दुर्गम इलाके का चयन कर इसे विकास की एक नई मिसाल बनाया गया. लोगों का कहना है कि सरकार के आने से उनके गांव की तकदीर बदलेगी और उनके जीवन में सुधार आएगा. गांव के निवासियों का उत्साह इस बात से भी झलकता है कि वे अपने अधूरे कामों को तेजी से पूरा करने में लगे हैं ताकि मुख्यमंत्री के आगमन पर गांव का बेहतर स्वरूप पेश किया जा सके. स्थानीय प्रशासन ने भी दौरे की तैयारियों में कोई कसर नहीं छोड़ी है.
इसके अलावा वाल्मीकिनगर के जंगलों के बीच बसे घोठवा टोला जैसे गांवों में विकास के ऐसे कार्य न केवल इलाके की तस्वीर बदल रहे हैं, बल्कि सरकार की योजनाओं को धरातल पर लाने का प्रमाण भी बन रहे हैं. मुख्यमंत्री की इस प्रगति यात्रा से लोगों को उम्मीद है कि यह क्षेत्र और तेजी से तरक्की की राह पर आगे बढ़ेगा.
इनपुट- इमरान अजीजी
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