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Bihar Jharkhand GK Quiz: कब हुई थी चंपारण सत्याग्रह की शुरुआत, क्या है इसका ऐतिहासिक महत्व?

Bihar Jharkhand GK Quiz: ज़ी बिहार झारखंड द्वारा लगातार दी जा रही सामान्य ज्ञान की जानकारी ना सिर्फ आपके बौद्धिक समझ और जागरूकता को बढ़ाएगी, बल्कि प्रतियोगी परीक्षाओं, इंटरव्यू और करंट अफेयर्स की तैयारी करने वाले अभ्यर्थियों के लिए भी बेहद उपयोगी रहेगी.

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बिहार-झारखंड जीके
बिहार-झारखंड जीके
Shubham Raj|Updated: Jun 30, 2025, 10:10 AM IST
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Bihar-Jharkhand GK Trending Question: हर दिन की तरह, ज़ी बिहार-झारखंड आज भी आपके लिए लेकर आया है बिहार और झारखंड से जुड़ी खास, रोचक और ज्ञानवर्धक सामान्य ज्ञान की जानकारी. ये सवाल-जवाब न सिर्फ आपके सामान्य ज्ञान को सुदृढ़ करेंगे, बल्कि आपको इन दोनों राज्यों की गौरवशाली विरासत, ऐतिहासिक पृष्ठभूमि और सांस्कृतिक धरोहर से भी परिचित कराएंगे. चाहे आप प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हों या सिर्फ अपने ज्ञान बढ़ना चाहते हों, यह जानकारी आपके लिए निःसंदेह उपयोगी और मददगार साबित होगी.

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बिहार से जुड़े 'सामान्य ज्ञान' के सवाल
प्रश्न 1: नालंदा विश्वविद्यालय की स्थापना कब और किसके द्वारा की गई थी, तथा इसका ऐतिहासिक महत्व क्या है?
उत्तर: नालंदा विश्वविद्यालय की स्थापना 5वीं शताब्दी में गुप्त वंश के शासक कुमारगुप्त प्रथम द्वारा की गई थी. यह विश्व का पहला आवासीय अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालय था, जहाँ तिब्बत, चीन, जापान, कोरिया और श्रीलंका से भी विद्यार्थी अध्ययन करने आते थे.
यहां बौद्ध धर्म, तर्कशास्त्र, गणित, खगोलशास्त्र, आयुर्वेद, संस्कृत आदि विषय पढ़ाए जाते थे. इस विश्वविद्यालय को 12वीं शताब्दी में बख्तियार खिलजी ने आग लगा कर नष्ट कर दिया था.
नालंदा आज भी भारत की प्राचीन शिक्षा परंपरा का प्रतीक है.

प्रश्न 2: बिहार के वैशाली का क्या ऐतिहासिक महत्व है और यह किस प्राचीन गणराज्य की राजधानी थी?
उत्तर: वैशाली विश्व का पहला गणराज्य (Republic) था और इसका इतिहास छठी शताब्दी ईसा पूर्व तक जाता है. यह लिच्छवी वंश की राजधानी थी. महात्मा बुद्ध ने यहां कई वर्ष बिताए और यह जैन धर्म के 24वें तीर्थंकर भगवान महावीर का जन्मस्थान भी माना जाता है.
यहाँ पहली बार स्त्रियों को बौद्ध संघ में शामिल किया गया था. वैशाली भारतीय लोकतांत्रिक प्रणाली का प्राचीन उदाहरण है.

प्रश्न 3: सम्राट अशोक को कलिंग युद्ध के बाद किस स्थान पर बौद्ध धर्म ग्रहण करने की प्रेरणा मिली और बिहार में इसके क्या प्रमाण हैं?
उत्तर: कलिंग युद्ध के बाद सम्राट अशोक को भारी नरसंहार से मानसिक पीड़ा हुई और उन्होंने बौद्ध धर्म अपना लिया.
ऐसा माना जाता है कि उन्होंने बौद्ध धर्म की दीक्षा बिहार के बौधगया और वैशाली में प्राप्त की. बौधगया में ही महात्मा बुद्ध को ज्ञान की प्राप्ति हुई थी और यहां आज भी अशोक द्वारा स्थापित महाबोधि मंदिर मौजूद है. बिहार के कई स्थलों पर अशोक स्तंभ और शिलालेख मिलते हैं.

प्रश्न 4: 1857 की क्रांति में बिहार के कौन-से स्वतंत्रता सेनानी ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी?
उत्तर: वीर कुंवर सिंह 1857 की प्रथम स्वतंत्रता संग्राम के एक प्रमुख सेनानी थे. वे जगदीशपुर (भोजपुर) के राजा थे और 80 वर्ष की आयु में भी उन्होंने अंग्रेजों के खिलाफ विद्रोह का नेतृत्व किया.
उनकी रणनीति और युद्धकौशल की सराहना अंग्रेज भी करते थे. उन्होंने आरा, पटना और आसपास के क्षेत्रों में अंग्रेजी सेना को कड़ी चुनौती दी.
उपाधि: उन्हें 'बिहार केसरी' और 'भारत के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम के योद्धा' के रूप में जाना जाता है.

प्रश्न 5: बिहार के चंपारण सत्याग्रह का क्या ऐतिहासिक महत्व है और इसकी शुरुआत कब हुई थी?
उत्तर: चंपारण सत्याग्रह भारत में महात्मा गांधी का पहला सत्याग्रह आंदोलन था, जिसकी शुरुआत 1917 में बिहार के मोतिहारी (पूर्वी चंपारण) से हुई. यह आंदोलन नील की खेती से पीड़ित किसानों के समर्थन में शुरू किया गया था, जिन्हें अंग्रेज जबरन नील उगाने के लिए मजबूर करते थे. गांधीजी ने पहली बार सत्याग्रह का प्रयोग भारत में किया और किसानों को न्याय दिलाया. यह आंदोलन भारत में आंदोलनों की नई रणनीति की नींव बना और गांधीजी को देशव्यापी पहचान मिली.

झारखंड से जुड़े 'सामान्य ज्ञान' के सवाल
प्रश्न 1: बिरसा मुंडा कौन थे और उनका ऐतिहासिक योगदान क्या था?

उत्तर: बिरसा मुंडा झारखंड के एक महान आदिवासी नेता, जननायक और स्वतंत्रता संग्राम सेनानी थे. वे 19वीं शताब्दी में मुंडा जनजाति से संबंधित थे और उन्होंने ब्रिटिश शासन व ज़मींदारी प्रथा के खिलाफ आदिवासियों को संगठित किया. उन्होंने एक धार्मिक व सामाजिक आंदोलन 'बिरसा आंदोलन' चलाया और आदिवासियों को अंग्रेजों के शोषण के विरुद्ध खड़ा किया.
उपाधि: उन्हें 'धरती आबा' (धरती का पिता) कहा जाता है.
उनकी मृत्यु 25 वर्ष की आयु में 9 जून 1900 को रांची जेल में रहस्यमय परिस्थितियों में हुई थी.

प्रश्न 2: झारखंड के किस स्थान से प्राचीन सरस्वती सिंधु सभ्यता के प्रमाण मिले हैं?
उत्तर: सिंहभूम जिले के हजारीबाग और पलामू क्षेत्रों में कई पुरातात्विक खुदाइयों में मेसोलिथिक और नवपाषाण कालीन सभ्यता के अवशेष मिले हैं. विशेष रूप से सारंडा जंगल और चाईबासा में मानव सभ्यता के प्रारंभिक चरणों के प्रमाण मिले हैं, जिससे यह सिद्ध होता है कि झारखंड प्रागैतिहासिक काल से ही मानव बस्ती का केंद्र रहा है.

प्रश्न 3: झारखंड के किस स्वतंत्रता सेनानी ने 1857 की क्रांति में अहम भूमिका निभाई थी?
उत्तर: टिका मांझी और थोमस सोंडे झारखंड के ऐसे स्वतंत्रता सेनानी थे जिन्होंने 1857 की पहली स्वतंत्रता क्रांति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. विशेषकर पालकोट (गुमला) और चाईबासा क्षेत्रों में उन्होंने अंग्रेजी सत्ता के खिलाफ हथियार उठाए और आदिवासी युवाओं को संगठित किया.

प्रश्न 4: झारखंड का सबसे पुराना बौद्ध स्थल कौन-सा है और उसका ऐतिहासिक महत्व क्या है?
उत्तर: इत्खोरी (चतरा जिला) झारखंड का एक प्रमुख और प्राचीन बौद्ध व हिंदू तीर्थ स्थल है. मान्यता है कि यहां पर महात्मा बुद्ध ने कुछ समय ध्यान साधना की थी.
इस स्थल पर बौद्ध, हिन्दू और जैन धर्मों के अवशेष एक साथ मिले हैं, जो इसे एक अनूठा धार्मिक-सांस्कृतिक संगम स्थल बनाते हैं. यहां खुदाई में बौद्ध स्तूप और देवी तारा की मूर्तियाँ भी मिली हैं.

प्रश्न 5: झारखंड का गठन कब और किन ऐतिहासिक कारणों से हुआ था?
उत्तर: झारखंड राज्य का गठन 15 नवंबर 2000 को बिहार से अलग करके किया गया था. यह दिन बिरसा मुंडा की जयंती के रूप में भी मनाया जाता है. झारखंड आंदोलन की नींव 20वीं सदी की शुरुआत में ही रख दी गई थी, जब आदिवासी समुदायों ने सांस्कृतिक, भाषाई और सामाजिक पहचान की मांग उठाई. 'झारखंड मुक्ति मोर्चा' (JMM) और अन्य संगठनों ने इस आंदोलन को राजनीतिक दिशा दी, जिसके परिणामस्वरूप यह भारत का 28वां राज्य बना.

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