बीजेपी के नेतृत्व में एनडीए सरकार को केंद्र की सत्ता में आज 11 साल पूरे हो रहे हैं. पिछले साल लोकसभा चुनाव होने के बाद नौ जून को ही एनडीए सरकार का शपथ ग्रहण हुआ था. इस उपलक्ष्य में केंद्रीय मंत्री और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने एनडीए सरकार के 11 साल की खूबियां गिनाईं. उन्होंने कहा कि पिछले 11 वर्षों में हम 'सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास, सबका प्रयास' के मंत्र को लेकर आगे बढ़े और इसमें कामयाब भी हुए.
राष्ट्रीय राजधानी में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में जेपी नड्डा ने कहा, "पीएम मोदी के नेतृत्व में 11 साल तक विकसित भारत और अमृत काल के लिए जो काम किया गया, उसे सुनहरे अक्षरों में लिखा जाना चाहिए. क्योंकि किए गए काम अकल्पनीय और अद्वितीय हैं और हमें यह ध्यान में रखना चाहिए कि पीएम मोदी ने देश की राजनीति की संस्कृति को किस तरह से बदला है."
मोदी हैं तो मुमकिन है
जेपी नड्डा ने पूर्व की सरकारों की खामियां गिनाते हुए कहा, "2014 से पहले पिछली सरकार भ्रष्टाचार और नकारात्मकता से भरी हुई थी. लेकिन 2014 के बाद पीएम मोदी के नेतृत्व में यह भावना बदल गई. अब लोग गर्व से कहते हैं, मोदी है तो मुमकिन है. हम गरीबी हटाओ का नारा लेकर नहीं चले हैं, हमने गरीब कल्याण करके दिखाया है. आंकड़े इस बात का सबूत हैं. देश में 25 करोड़ लोग गरीबी रेखा से बाहर आए हैं. इसी तरीके से अति गरीबी में 80 प्रतिशत की कमी आई है."
केंद्रीय मंत्री के अनुसार उपलब्धियां इतनी ज्यादा हैं कि एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में इसे समेटना नामुमकिन है. बोले, "11 साल के शासन का पूरा लेखा-जोखा पेश करना मुश्किल है, लेकिन हमारी सरकार ने लगातार राष्ट्रहित में साहसिक और ऐतिहासिक फैसले लिए हैं. कुछ उदाहरण लें तो हमने अनुच्छेद 370 को हटाया और तीन तलाक को खत्म किया. हमने नया वक्फ अधिनियम बनाया और नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) पारित किया. हमने विधायी निकायों में महिलाओं के लिए 33 प्रतिशत आरक्षण भी सुनिश्चित किया."
रिपोर्ट कार्ड की राजनीति
जेपी नड्डा ने कहा कि पिछले एक दशक में हमने समाज के सभी वर्गों, जिनमें एससी, एसटी और ओबीसी समुदाय शामिल हैं, के लिए गहरी चिंता के साथ काम किया है. साथ ही, हमने महिला-नेतृत्व वाले विकास के दृष्टिकोण को सक्रिय रूप से बढ़ावा दिया है. लखपति दीदी को सशक्त बनाने से लेकर स्वयं सहायता समूहों (एसएचजी) को बढ़ावा देने तक मोदी सरकार ने महिलाओं के साथ-साथ एससी, एसटी और ओबीसी समुदायों को राष्ट्रीय विकास की मुख्यधारा में लाने के लिए समर्पित प्रयास किए हैं.
जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 को खत्म करने को लेकर जेपी नड्डा ने कहा कि देश मान चुका था कि ये संभव नहीं है, लेकिन मोदी सरकार ने जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 को हटाया. इसका असर भी देखने को मिला. लोकसभा में टर्नआउट 58.46 प्रतिशत रहा, जम्मू कश्मीर विधानसभा चुनाव में टर्नआउट 63 प्रतिशत रहा. ये बदलाव, मोदी सरकार के सख्त फैसलों की वजह से हुआ है.
जेपी नड्डा ने कहा कि देश में 11 साल पहले तुष्टिकरण व समाज को खंडित करके अपनी कुर्सी को सुरक्षित रखना राजनीतिक संस्कृति का तरीका बन गया था. लेकिन 2014 के बाद प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व वाली जिम्मेदार व जवाबदेह सरकार आई है जिसने रिपोर्ट कार्ड की राजनीति शुरू की. हम जो काम कर रहे हैं उसे जनता के सामने रखें. पिछले 11 साल में पीएम मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ने भारत की राजनीति की संस्कृति को बदला है.
नोटबंदी की बात
जेपी नड्डा ने कहा, "नोटबंदी के दौरान मैं बात करूं तो मुझे याद है कि कैसे हमारे राजनीतिक दल लाभ उठाने के लिए जनता को उकसा रहे थे. आप भूल गए होंगे लेकिन मैं भूलता नहीं हूं. भारत का आम व्यक्ति बैंक के सामने घंटों खड़ा रहा और मोदी सरकार के नोटबंदी के फैसले का समर्थन किया. जब नेतृत्व पर भरोसा होता है, तो जनता समर्थन करती है."
(इनपुट: एजेंसी आईएएनएस के साथ)
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