Nagpur Violence: नागपुर में 17 मार्च 2025 को मुगल शासक औरंगजेब की कब्र हटाने की मांग को लेकर सांप्रदायिक हिंसा भड़क उठी. इस दौरान हिंसक झड़पें हुईं और उपद्रवियों ने कई गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया. इस हिंसा में 33 पुलिसकर्मी घायल हो गए. वहीं, पुलिस ने इस मामले में 50 से ज्यादा उपद्रवियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है और हालात को काबू में करने के लिए शहर के कुछ हिस्सों में कर्फ्यू लागू कर दिया गया है. फिलहाल, नागपुर के 11 थाना क्षेत्रों में कर्फ्यू जारी है. वहीं, अब सीएम देवेंद्र फडणवीस ने हिंसा के बारे में स्थिति स्पष्ट की.
मुख्यमंत्री ने विधानसभा में कहा हिंसा के मामले में जांच जारी है और फिलहाल शहर में शांति बनी हुई है. उन्होंने आगे कहा कि नागपुर में साल 1992 के बाद से कभी दंगे नहीं हुए. यह हालिया घटनाएं जानबूझकर भड़काई गईं. 'जिन लोगों का इस हिंसा में हाथ है, उन्हें कब्र से भी खोदकर हम बाहर निकालेंगे.'
'कोई ऐसी चादर नहीं जलाई गई, जिस पर आयत लिखी हो'
मुख्यमंत्री ने फडणवीस ने कहा, 'कुछ लोगों ने जानबूझकर अफवाह फैलाने की कोशिश की कि आयत को जलाया गया, जबकि ऐसा कुछ नहीं हुआ. कोई ऐसी चादर नहीं जलाई गई, जिस पर आयत लिखी थी. जानबूझकर यह अफवाह फैलाई गई कि आयत लिखी हुई चादर जलाई गई है. यह पूरी तरह से अफवाह थी.'
फडणवीस ने कहा उनके और पुलिस कमिश्नर के बयान में कोई अंतर नहीं
सीएम फडणवीस ने यह भी साफ किया कि इस मामले में उनके और पुलिस कमिश्नर के बयान में कोई अंतर नहीं है. उन्होंने कहा, 'पुलिस कमिश्नर ने कहा कि हम अभी जांच कर रहे हैं और अभी तक किसी नतीजे पर नहीं पहुंचे है. इसलिए मेरे और सीपी के बयान में कोई अंतर नहीं है. जिसने हमला किया है उन्हें हम कब्र में से भी खोदकर बाहर निकालेंगे. कानून व्यवस्था के मुद्दे पर कई चुनौतियां हैं, और हम उनका सामना करने में सक्षम होंगे.'
'पुलिस पर हमले के लिए कोई माफी नहीं होगी'
सीएम फडणवीस ने आगे कहा, 'नागपुर मामले में पुलिस पर हमला करने वालों को उनकी कब्रों से खोदकर निकाला जाएगा. नागपुर शांत है और यह हमेशा शांत रहता है. अन्य मामलों में तो माफी मिल जाएगी, लेकिन पुलिस पर हमले के लिए कोई माफी नहीं होगी.'
इनपुट- IANS
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