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कांग्रेस ने अपनी प्रोपर्टी की देखभाल के लिए बनाया नया विभाग, पूर्व मंत्री विजय सिंगला को मिली जिम्मेदारी

Delhi News: कांग्रेस ने देशभर में अपनी संपत्तियों की देखभाल के लिए एक नया विभाग बनाया है. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने इस विभाग की जिम्मेदारी पंजाब के पूर्व मंत्री विजय इंदर सिंगला को सौंपी है. कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल की ओर से जारी विज्ञप्ति में यह जानकारी दी गई.

कांग्रेस ने अपनी प्रोपर्टी की देखभाल के लिए बनाया नया विभाग, पूर्व मंत्री विजय सिंगला को मिली जिम्मेदारी
Md Amjad Shoab|Updated: Mar 05, 2025, 09:58 PM IST
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Delhi News: कांग्रेस ने देशभर में अपनी संपत्तियों की देखभाल के लिए एक नया विभाग बनाया है. इस विभाग की जिम्मेदारी पंजाब के पूर्व मंत्री विजय इंदर सिंगला को सौंपी गई है. कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने इस संबंध में आधिकारिक विज्ञप्ति जारी की. पूर्व मंत्री सिंगला पार्टी के वरिष्ठ नेता अजय माकन के साथ कांग्रेस के संयुक्त कोषाध्यक्ष भी हैं और संगरूर से लोकसभा सदस्य रह चुके हैं.

विज्ञप्ति में कहा गया है कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने पार्टी की संपत्तियों की निगरानी के लिए इस नए एआईसीसी विभाग का गठन किया है. इसके अलावा, वह कांग्रेस के संयुक्त कोषाध्यक्ष के रूप में अपनी भूमिका निभाते रहेंगे. विज्ञप्ति में कहा गया है, ‘कांग्रेस अध्यक्ष (मल्लिकार्जुन खरगे) ने देश भर में मौजूद कांग्रेस पार्टी की संपत्तियों की देखरेख के लिए एक नए एआईसीसी विभाग का गठन किया है और विजय इंदर सिंगला को तत्काल प्रभाव से विभाग का एआईसीसी प्रभारी नियुक्त किया है. वह एआईसीसी के संयुक्त कोषाध्यक्ष बने रहेंगे.’ 

खरगे ने पार्टी नेताओं से क्या कहा?
इंदिरा भवन में नए पार्टी हेडक्वार्टर के उद्घाटन के दौरान खरगे ने कांग्रेस नेताओं से आग्रह किया कि वे उन संपत्तियों को वापस लेने के लिए कानूनी कदम उठाएं, जो पार्टी विभाजन के समय उसके कब्जे में थीं. उन्होंने हर जिले में कांग्रेस हेडक्वार्टर बनाने की भी अपील की.

हुबली कांग्रेस संपत्ति विवाद क्या है?
हुबली के लैमिंगटन रोड पर स्थित एक पुरानी इमारत को लेकर कांग्रेस और जनता दल (यूनाइटेड) के बीच विवाद चल रहा है. यह संपत्ति 1956 में कांग्रेस विधायक चन्नबसप्पा अंबली ने नगरपालिका से खरीदी थी. हालांकि, जेडीयू ने इस पर कब्जा कर लिया और अपने नाम पर रजिस्ट्रेशन करा लिया. अब कांग्रेस ने संपत्ति से जुड़े दस्तावेज जुटाकर भूमि अभिलेख कार्यालय में आपत्ति दर्ज कराई, जिसके बाद रिकॉर्ड में कांग्रेस का नाम दर्ज कर दिया गया है. ( भाषा इनपुट के साथ )

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