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गजवा-ए-हिंद की साजिश, शमा परवीन की गिरफ्तारी से उठा पर्दा...मुनीर का 'बुर्के' वाली खातून से कनेक्शन?

Asim Munir: गुजरात एटीएस ने बेंगलुरु से एक महिला को गिरफ्तार किया है. इस महिला का सीधा कनेक्शन पाकिस्तान के आर्मी चीफ आसिम मुनीर के साथ है. आरोप है कि आरोपी महिला ने सोशल मीडिया पर अल-कायदा इन इंडियन सबकॉटिनेंट (AQIS) का प्रोपेगेंडा फैला रही थी. और 'गजवा-ए-हिंद' जैसे कट्टरपंथी विचारों को बढ़ावा दे रही थी.  

गजवा-ए-हिंद की साजिश, शमा परवीन की गिरफ्तारी से उठा पर्दा...मुनीर का 'बुर्के' वाली खातून से कनेक्शन?
Zee News Desk|Updated: Aug 08, 2025, 05:14 PM IST
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गुजरात एटीएस ने 29 जुलाई को बंगलुरू से एक महिला को अल-कायदा की विचारधारा को सोशल मीडिया के जरिए फैलाने के आरोप में गिरफ्तार किया है. आरोपी  महिला की पहचान शमा परवीन अंसारी के तौर पर हुई है. आरोप है कि इस खातून का कनेक्शन पाकिस्तान के फील्ड मार्शल आसिम मुनीर से था. ये लेडी अल-कायदा की ऐसी टेरर क्वीन थी, जो ऑनलाइन टेरर मॉड्यूल के जरिए भारत के खिलाफ साजिश रच रही थी. हिंदुस्तान में गजवा-ए-हिंद का प्लान तैयार कर रही थी. हू-ब-हू पाकिस्तान के कट्टर मौलाना-मौलवियों की तरह मगर ये अपने मकसद में कामयाब हो पाती उससे पहले ही 30 साल की बुर्का पहनी ये खातून गुजरात ATS के हत्थे चढ़ गयी.जानिए कैसे?

ये पाकिस्तान वो कट्टरपंथी मुसलमान है, जो दिन-रात, सोते-जागते, उठते-बैठते सिर्फ एक ही चीज की रट्ट लगाते है और वो है गजवा-ए-हिंद. आप भी सोच रहे होंगे कि जिस पाकिस्तान की औकात कौड़ी भर की नहीं है, जहां अवाम को दो वक्त की रोटी नसीब नहीं है. बावजूद इसके पाकिस्तानी गजवा-ए-हिंद का नारा क्यों बुलंद कर रहे हैं. और सबसे अहम बात ये है कि इस गजवा-ए-हिंद का आखिर हिंदुस्तान से क्या ताल्लुक है? 

'गजवा-ए-हिंद' का ख्वाब देखते PAK मौलाना!'

दरअसल, गजवा-ए-हिंद के मायने भारत में जंग के जरिए इस्लाम को फैलाना है. शरियत को लागू करना है. लिहाजा हर पाकिस्तानी गजवा-ए-हिंद का सपना देखता है. हिंदुस्तान से हिंदुओं का वजूद मिटाने का ख्वाब देखता है. मगर आप ये जानकर हैरान रह जाएंगे कि पाकिस्तानी कठमुल्लों की इस कट्टरपंथी साजिश में एक हिंदुस्तानी बुर्का वाली लेडी भी शामिल थी, जिसका नाम है शमा परवीन.

'बुर्के' वाली शमा परवीन पर आरोप

29 जुलाई को गुजरात ATS ने अल-कायदा के आनलाइन टेरर माड्यूल का भंडाभोड़ करते हुए 5 आतंकियों को गिरफ्तार किया.जिसमें बेंगलुरू से अल-कायदा के एजेंडे को बढ़ावा देने के आरोप में 30 साल की शमा परवीन को गिरफ्त में लिया गया. अल-कायदा की इस लेडी एजेंट कई संगीन आरोप भी लगे. वो ये कि शमा सोशल मीडिया के जरिए युवाओं को कट्टरपंथी बना रही थी. अल-कायदा के AQIS माड्यूल में नए लोगों की भर्ती कर रही थी. शमा परवीन फोन-ईमेल के जरिए PAK एजेंसियों के कॉन्टैक्ट में थी.

शमा का आसिम मुनीर से कनेक्शन?

अब तक की जांच में ये खुलासा हुआ है कि अल-कायदा की लेडी स्लीपर सेल का कनेक्शन पाकिस्तान के फील्ड मार्शल आसिम मुनीर से था. ऑपरेशन सिंदूर के दौरान शमा ने सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए आसिम मुनीर से हिंदुस्तान के खिलाफ गजवा-ए-हिंद शुरू करने की अपील तक की थी. ठीक वैसे ही, जैसे पाकिस्तान के कट्टर मौलाना-मौलवी और 25 करोड़ अवाम करती है...

'शमा परवीन तो सिर्फ एक मोहरा'

बता दें कि, शमा परवीन तो सिर्फ एक मोहरा है. जिसका ब्रेनवॉश करके मुनीर और उसके एजेंट हिंदुस्तान के खिलाफ डर्टी साजिश रचते हैं. और ये दावा हम नहीं, बल्कि खुद पाकिस्तानी कर रहे हैं. वो ये कि हिंदुस्तान के मुसलमानों को बरगलाकर गजवा-ए-हिंद का ख्वाब दिखाकर, उनका इस्तेमाल किया जाता है.

भले ही पाकिस्तानी कितने भी गाल बजा लें. लेकिन ना तो हिंदुस्तान टूटेगा और ना ही हिंदुस्तान का इस्लामीकरण होगा. हां, इसमें कोई शक नहीं कि गजवा-ए-हिंद की चाह में मुनीर जैसे 25 करोड़ पाकिस्तानी बेवजह खर्च जरूर हो सकते हैं.

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