Covid-19 Active Cases Rise: भारत में कोविड-19 का संक्रमण तेजी से बढ़ता जा हा है और देश में कोरोना वायरस के एक्टिव मामले (Coronavirus Active Case) 4 हजार से ज्यादा हो गए हैं. इसके बाद सवाल उठने लगा है कि क्या देश में कोविड-19 की नई लहर आ गई है और नए वेरिएंट कितना खतरनाक है. इस बीच स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने आश्वासन दिया है कि किसी तरह घबराने की कोई जरूरत नहीं है, क्योंकि संक्रमण की मौजूदा लहर से अस्पतालों पर अधिक बोझ पड़ने की संभावना नहीं है. संक्रमण की नई लहर दो नए कोरोना वायरस वेरिएंट, एनबी.1.8.1 और एलएफ.7 के कारण आई है, जो ओमिक्रॉन जेएन.1 वेरिएंट के म्यूटेशन हैं. स्वास्थ्य मंत्रालय के तहत गठित भारतीय SARS-CoV-2 जीनोमिक्स कंसोर्टियम (आईएनएसएसीओजी) के आंकड़ों के अनुसार, दोनों भारत में पाए गए.
देश में कोरोना के एक्टिव केस हुए 4026
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी किए गए ताजा आंकड़ों के अनुसार, देश में कोरोना वायरस (Coronavirus) के एक्टिव मामले बढ़कर 4026 हो गए हैं. 1 जनवरी, 2025 से अब तक मौतों की संख्या बढ़कर 37 हो गई है. पिछले 24 घंटे में कोविड-19 (Covid-19) से 512 मरीज ठीक हुए हैं, जिसके बाद 1 जनवरी 2025 से अब तक ठीक होने वाले मरीजों की संख्या बढ़कर 2700 हो गई है. यह आंकड़ा दर्शाता है कि संक्रमण दर में सुधार हो रहा है और एक्टिव केस बढ़ने के बावजूद ज्यादा लोग बीमारी से ठीक हो रहे हैं.
किस राज्य में कोविड-19 से सबसे ज्यादा मरीज
राज्य | कोरोना के एक्टिव केस |
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केरल | 1416 |
महाराष्ट्र | 494 |
दिल्ली | 393 |
गुजरात | 397 |
पश्चिम बंगाल | 372 |
कर्नाटक | 311 |
तमिलनाडु | 215 |
उत्तर प्रदेश | 138 |
संक्रमण की मौजूदा लहर कितनी खतरनाक?
नई दिल्ली स्थित एम्स के सामुदायिक चिकित्सा केंद्र के अतिरिक्त प्रोफेसर डॉ. हर्षल आर. साल्वे ने कहा, 'इस बात की संभावना बहुत कम है कि मौजूदा संक्रमण के कारण अस्पतालों पर अधिक बोझ पड़ेगा. इसलिए घबराने की जरूरत नहीं है. हालांकि, प्रकोप को शुरुआती चरण में ही पकड़ने के लिए निगरानी प्रणाली को मजबूत करने की जरूरत है.'
साल्वे ने कहा कि इन वेरिएंट के कारण गंभीर संक्रमण की संभावना नहीं है, क्योंकि अधिकांश आबादी में प्राकृतिक प्रतिरक्षा होती है. उन्होंने कहा, 'लक्षण पहले के कोविड संक्रमणों के समान हैं. चूंकि अधिकांश आबादी पहले ही संक्रमित हो चुकी है, इसलिए उनके पास प्राकृतिक प्रतिरक्षा होती है, जो उन्हें बीमारी के गंभीर रूप से प्रकट होने से बचाती है.'
कोरोना की इस लहर से किन लोगों को है ज्यादा खतरा?
उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में मोतीलाल नेहरू संयुक्त अस्पताल के मुख्य अधीक्षक डॉ. एस.के. चौधरी ने बताया, 'कोविड के मामले फिर से पॉजिटिव आ रहे हैं, घबराने की बिल्कुल भी जरूरत नहीं है. यह जेएन.1 वेरिएंट के कारण है, जो फिर से सामने आ रहा है.' हालांकि, कई विशेषज्ञों ने कहा है कि इस सब-वेरायटी की संक्रामकता बहुत अधिक है. कम रोग प्रतिरोधक क्षमता वाले, गंभीर बीमारी वाले रोगियों और बुजुर्गों को संक्रमण से सुरक्षा के लिए एन95 मास्क पहनने की आवश्यकता है. सामान्य तौर पर, खांसी स्वच्छता और हाथ धोने का अभ्यास करने की आवश्यकता है.
(इनपुट- न्यूज़ एजेंसी आईएएनएस)
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