Classroom Construction Scam: दिल्ली में आम आदमी पार्टी की मुसीबतें एक बार फिर बढ़ सकती हैं. एंटी करप्शन ब्रांच ने बुधवार को पूर्व उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और पूर्व मंत्री सत्येंद्र जैन के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया. उन पर आम आदमी पार्टी (AAP) सरकार के कार्यकाल में स्कूल कक्षाओं के निर्माण में भ्रष्टाचार का आरोप लगाया गया है. यह मामला भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम के तहत दर्ज किया गया है.
मनीष सिसोदिया और सतेंद्र जैन पर आरोप है कि उन्होंने 12,748 क्लासरूम्स के निर्माण में करीब 2000 करोड़ का घोटाला किया. क्लासरूम बनाने में लागत से 5 गुना ज्यादा खर्च किया गया. उन्होंने 34 ठेकेदारों को काम दिया, जिनमें से ज्यादातर आम आदमी पार्टी से जुड़े हुए थे. परियोजना जून 2016 तक पूरी होनी थी, लेकिन समय सीमा और लागत दोनों का उल्लंघन गया. आरोप है कि उन्होंने कॉन्ट्रैक्ट की मूल लागत में भारी बढ़ोतरी की इतना ही नहीं कम जीवनकाल वाले SPS स्ट्रक्चर की लागत भी स्थायी RCC स्ट्रक्चर जितनी रखी गई.
एसीबी का कहना है कि दिल्ली में 12,748 कक्षाएं अत्यधिक लागत पर बनाई गईं. SPS (सेमी पर्मानेंट स्ट्रक्चर) की आयु केवल 30 साल होती है, जबकि RCC अवधि की 75 साल होती है, लेकिन जानबूझकर स्कूलों में SPS कक्षाएं RCC की लागत पर बनाई गईं, जिससे कोई वित्तीय लाभ नहीं मिला. इस काम के लिए सलाहकार और आर्किटेक्ट को बिना उचित प्रक्रिया के नियुक्त किया गया. मनीष सिसोदिया और सतेंद्र जैन पर आरोप है कि CVC की रिपोर्ट में कई अनियमितताएं बताई गईं, लेकिन उसे लगभग तीन साल तक दबाकर रखा गया.
दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा, आज का दिन आम आदमी पार्टी और उसकी सरकार के दौरान के भ्रष्टाचार के विरुद्ध दिल्ली वालों की लड़ाई में निर्णायक दिन है. भ्रष्टाचार निरोधक शाखा ने शिक्षा और इसके इन्फ्रास्ट्रक्चर सुधार के नाम पर क्लास रूम निर्माण में घोटाला करने के मामले में पूर्व मंत्रियों मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन पर प्राथमिकी दर्ज कर जांच शुरू दी है. बीजेपी और दिल्ली की जनता चाहती है कि क्लास रूम घोटाले में इन दोनों की भूमिका के साथ तत्कालीन सीएम अरविंद केजरीवाल की भूमिका की भी जांच की जाए.
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