Delhi News: दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच के एंटी-नारकोटिक्स टास्क फोर्स (ANTF) ने नशा मुक्त भारत अभियान (NMBA) के तहत ड्रग्स की तस्करी पर एक बड़ी कार्रवाई की है. पुलिस ने बरेली यूपी के एक प्रमुख ड्रग सिंडिकेट सदस्य निजामुद्दीन उर्फ निजाम को गिरफ्तार किया है. यह गिरफ्तारी दिल्ली पुलिस की ड्रग्स के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति के प्रति प्रतिबद्धता को साबित करती है.
एक आरोपी फरार
यह कार्रवाई एक गहन जांच का परिणाम है जो 5 जनवरी 2025 को GTB अस्पताल, दिलशाद गार्डन, दिल्ली के पास लल्ला बाबू की गिरफ्तारी से शुरू हुई थी. लल्ला बाबू के पास से 502 ग्राम हेरोइन बरामद की गई थी. बाद की जांच में यह सामने आया कि लल्ला बाबू ने यह हेरोइन दिल्ली के नंद नगरी निवासी विजय उर्फ दैनी और जितेश उर्फ जीतू को दी थी. इस मामले में जितेश को 125 ग्राम हेरोइन के साथ गिरफ्तार किया गया और विजय उर्फ दैनी की कार से 99 ग्राम हेरोइन बरामद की गई. हालांकि, आरोपी विजय उर्फ दैनी अभी भी फरार है.
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जांच में यह भी पता चला कि आरोपी निजामुद्दीन उर्फ निजाम, जिसे इस ड्रग तस्करी का मुख्य आपूर्तिकर्ता माना जा रहा था, गिरफ्तारी से बच रहा था. उसने जमानत प्राप्त करने के कई प्रयास किए, लेकिन दिल्ली उच्च न्यायालय और सत्र न्यायालय ने उसकी जमानत याचिका खारिज कर दी. इसके बाद उसके खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी किया गया था. 24 फरवरी 2025 को पुलिस को विश्वसनीय खुफिया जानकारी मिली, जिसके आधार पर एक विशेष टीम ने निजामुद्दीन उर्फ निजाम को शाहदरा के श्याम लाल कॉलेज के पास गिरफ्तार किया, जब वह दिल्ली के वेलकम एरिया में एक व्यक्ति से मिलने की कोशिश कर रहा था. निजामुद्दीन उर्फ निजाम, 35 वर्ष, बरेली जिले के गांव मनोना उत्तर प्रदेश का निवासी है. उसकी गिरफ्तारी के बाद कॉल डिटेल रिकॉर्ड (CDR) विश्लेषण के जरिए यह पुष्टि की गई कि वह लल्ला बाबू से नियमित रूप से हेरोइन खरीदता था. दिल्ली पुलिस की इस कार्रवाई ने नशे के खिलाफ एक और महत्वपूर्ण कदम बढ़ाया है और यह दिखाता है कि वह ड्रग्स की तस्करी और आपराधिक गतिविधियों पर कड़ी नजर रखे हुए है.
Input- Raj Kumar Bhati