Atishi Marlena: आम आदमी की शिक्षा मंत्री आतिशी मार्लेना से अरविंद केजरीवाल के ED को जवाब पर लेकर सवाल पूछा गया, जिस पर आतिशी ने बीजेपी पर जमकर हल्ला बोला. आतिशी ने कहा कि सबसे पहला मुद्दा है कि भारतीय जनता पार्टी की जो दोनों एजेंसियां हैं सीबीआई और ईडी. इस तथाकथित शराब घोटाले की दो साल से जांच कर रही है. सैकड़ों अफसर लगाए गए हैं. 1947 के बाद आजाद भारत में किसी भी पोलिसी के लिए आज तक सैकड़ों अफसर लगाकर जांच नहीं की गई होगी, लेकिन इसके बावजूद एक पैसे का भी सबूत नहीं मिला. मनीष सिसोदिया के घर और कई जगहों पर छापे मारे गए. कुछ नहीं मिला फिर भी आम आदमी पार्टी के नेताओं को जेल में डाला जा रहा है.
अब अरविंद केजरीवाल को समन किया गया, जोकि बिना किसी सबूत के है. इसके लिए हमें दिल्ली में पिछले 8 सालों के कामों को देखना होगा. भारतीय जनता पार्टी ने इतने राज्यों में सरकार बनाई और चलाई, लेकिन कहीं भी 24 घंटे बिजली, पानी, अच्छे स्कूल, अस्पताल, मोहल्ला क्लिनिक नहीं दे पाई है. आम आदमी पार्टी की लोकप्रियता और चुनावी ग्राफ को रोकने के लिए आम आदमी पार्टी के नेताओं को पकड़कर जेल में डाला जा रहा है. पहले सत्येन्द्र जैन उसके बाद मनीष सिसोदिया और संजय सिंह को भी जेल में डाला गया और जैसे ही भाजपा नेताओं ने कहा कि अगला नंबर अरविंद केजरीवाल का है ईडी ने समन भेज दिया. ये ईडी नहीं भाजपा का नोटिस है.
हम भाजपा की एजेंसियों से डरने वाली नहीं है इसका जवाब देश की जनता देगी. संपत्तियों के रजिस्ट्रेशन को लेकर any where ragistration की शुरुआत दिल्ली में संपतियों की खरीद फरोख्त के लिए सब रजिस्ट्रार के दफ्तर जाना होता है. अक्सर वहां की बहुत शिकायते आती है. ऐसी ही शिकायत मिली कि कहीं बहुत लंबी लाइनें है तो कहीं खाली हैं. कहीं-कहीं पर भ्रष्टाचार की शिकायते आती हैं वहां एजेंट होते हैं. इन समस्याओं को हल करने के लिए दिल्ली में एक नई पोलिसी लेकर आ रहे हैं. एनी वेयर रजिस्ट्रेशन यानि दिल्ली में कहीं से भी किसी भी संपत्ति का रजिस्ट्रेशन हो सकता है. दिल्ली में 22 सब रजिस्ट्रार दफ्तर है कहीं पर भी ऑनलाइन अपोइंटमेंट ले सकते हैं. इस पोलिसी से सरकार और लोगों दोनों को फायदा होगा. सरकार को भी पता चलेगा कि लोग कहां ज्यादा आ रहे हैं. कहां अच्छे अधिकारी हैं.
बीजेपी द्वारा अरविंद केजरीवाल के जांच से भागने के आरोपों पर आतिशी ने कहा कि, भारतीय जनता पार्टी पहले ये तो सामने रखें कि उनकी जांच एजेंसियों को पिछले दो साल की जांच में कितने पैसे किस ठिकाने से मिले ? तब हम जांच को मानेंगे, लेकिन भारतीय जनता पार्टी ने इतनी प्रेस कॉन्फ्रेंस की, लेकिन किसी में भी कोई सबूत नहीं मिला. इसका जवाब जनता देगी.