Ghaziabad News: ATS गाजियाबाद और नोएडा पुलिस की संयुक्त टीम को एक बड़ी सफलता मिली है. करीब 30 वर्षों से फरार चल रहे खालिस्तान समर्थक आतंकी मंगत सिंह को पंजाब के अमृतसर से गिरफ्तार कर लिया गया है. मंगत सिंह वर्ष 1995 से फरार था और उसके खिलाफ आतंकवाद निरोधक कानून (टाडा) समेत गंभीर धाराओं में 4 मुकदमे दर्ज हैं.
1995 से था फरार
मंगत सिंह को पहली बार वर्ष 1993 में गिरफ्तार किया गया था. उसे 1995 में जमानत मिली थी, लेकिन जमानत पर रिहा होने के बाद से वह लगातार फरार चल रहा था. पुलिस के अनुसार, वह लंबे समय तक गाजियाबाद के विवेकानंद नगर में अपनी पहचान छिपाकर रह रहा था.
कोर्ट में पेशी
गिरफ्तारी के बाद मंगत सिंह को मेडिकल जांच के लिए ले जाया गया. इसके बाद गाजियाबाद की अदालत में पेश किया गया, जहां से उसे न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है. यह गिरफ्तारी 23 अप्रैल को की गई. शुक्रवार को उसे कोर्ट में पेश किया गया. पुलिस सूत्रों के अनुसार, मंगत सिंह का भाई संगत सिंह खालिस्तान कमांडो फोर्स का प्रमुख था, जिसे 1990 में पंजाब पुलिस के साथ मुठभेड़ में मार गिराया गया था.
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चार मुकदमे
थाना साहिबाबाद में मंगत सिंह पर कुल 4 आपराधिक मामले दर्ज हैं. इनमें टाडा एक्ट और रंगदारी मांगने जैसी गंभीर धाराएं शामिल हैं. उसकी गिरफ्तारी के लिए लंबे समय से कोशिश की जा रही थी, लेकिन वह लगातार बचता रहा. एटीएस और गाजियाबाद पुलिस ने संयुक्त रूप से यह कार्रवाई करते हुए अमृतसर के एक गांव से उसे गिरफ्तार किया. यह गिरफ्तारी राज्य की सुरक्षा एजेंसियों के लिए एक अहम कामयाबी मानी जा रही है. पुलिस अब मंगत सिंह से पूछताछ कर यह जानने की कोशिश कर रही है कि वह इतने साल तक कैसे छिपा रहा और क्या वह इस दौरान किसी संगठित नेटवर्क के संपर्क में था.