Bhiwani News: भिवानी का पॉश इलाका माने जाने वाला सैक्टर-23 इन दिनों बदहाली का शिकार है. यहां की टूटी हुई सड़कों, सीवर ओवरफ्लो और बरसात के पानी की निकासी न होने की समस्याओं ने स्थानीय निवासियों का जीना दुश्वार कर दिया है.
स्थानीय निवासियों का कहना है कि प्रशासन की अनदेखी के चलते यह इलाका अब पॉश नहीं, बल्कि परेशानी का केंद्र बन चुका है. सेक्टर-23 के मकान नंबर-650 से 675 तक की गली की सबसे दयनीय हालत है. यह गली सेक्टर की सबसे बदहाल गली है, जहां पर मूलभूत समस्याओं का अंबार लगा रहता है. इसके अलावा पूरे सेक्टर-23 में भी यही समस्याएं गहराई हुई है. लोगों का कहना है कि कई स्थानों पर सड़कें इस कदर टूटी हुई हैं कि वाहन चलाना मुश्किल हो गया है. वहीं, सीवरेज लाइन जाम हैं, जिससे गंदा पानी गलियों में बहता रहता है. हाल ही में हुई हल्की बारिश के बाद हालात और भी बिगड़ गए. जल निकासी की उचित व्यवस्था न होने के कारण जगह-जगह पानी भर गया, जिससे न सिर्फ लोगों की आवाजाही बाधित हुई, बल्कि मच्छरों के पनपने का खतरा भी बढ़ गया है.
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लोगों का कहना है कि सड़कें टूटी तथा जलभराव की स्थिति रहने के कारण रोजाना यहां पर वाहन चालक चोटिल होते रहते है. यहां तक कि सोमवार सुबह भी एक महिला अपने बच्चों के साथ स्कूटी पर जाते समय गड्ढा होने के कारण गिर गई, गनीमत रही कि उन्हें अधिक चोटें नहीं आई. महेंद्र सिंह श्योराण ने कहा कि उन्होंने इन समस्याओं के समाधान की मांग को लेकर उपायुक्त, नगर परिषद चेयरपर्सन के अलावा खुला दरबार व कष्ट निवारण समिति की बैठक में मंत्री अनूप धानक के समक्ष भी उठाई. यहां तक कि उपायुक्त भी यहां का निरीक्षण कर समाधान का आश्वासन दे चुके है, लेकिन आज तक कोई समाधान नहीं हुआ. इसके चलते सेक्टरवासी परेशान है तथा नरकीय जीवन जीने को मजबूर है. सेक्टर-23 के नागरिकों ने चेतावनी दी है कि अगर जल्द ही मूलभूत सुविधाओं की बहाली नहीं हुई, तो वे सामूहिक रूप से विरोध प्रदर्शन करने को मजबूर होंगे.