trendingNow/india/delhi-ncr-haryana/delhiHaryana02827855
Home >>दिल्ली/एनसीआर भिवानी

Haryana News: भिवानी की बेटी ने रचा इतिहास, बॉक्सर दीया शर्मा ने नेशनल चैंपियनशिप में जीता गोल्ड मेडल

Haryana News: भिवानी की बेटी दीया शर्मा ने रोहतक में आयोजित नेशनल बॉक्सिंग चैंपियनशिप में लगातार दूसरे वर्ष गोल्ड मेडल जीता है. गोल्डन गर्ल ने घर वालो का सहयोग और कोच की मेहनत को ही अपने सफलता का राज बताया.

Advertisement
Haryana News: भिवानी की बेटी ने रचा इतिहास, बॉक्सर दीया शर्मा ने नेशनल चैंपियनशिप में जीता गोल्ड मेडल
Zee Media Bureau|Updated: Jul 06, 2025, 04:18 PM IST
Share

Bhiwani News: मिनी क्यूबा कहे जाने वाले भिवानी की एक और बेटी ने बॉक्सिंग की दुनिया में झंडे गाड़ दिए हैं. मुक्केबाज दीया शर्मा ने राष्ट्रीय चैंपियनशिप में लगातार दूसरी बार स्वर्ण पदक जीता है और साथ ही बेस्ट बॉक्सर का खिताब भी अपने नाम किया है. इस उपलब्धि पर दिया का भव्य स्वागत किया जा रहा है.

हरियाणा का 'मिनी क्यूबा
भिवानी के बेटों और बेटियों ने समय-समय पर अपने दमदार मुक्कों से दुनिया में भारत का नाम रोशन किया है. भिवानी की बॉक्सर बेटियां स्वीटी, पूजा, नीतू, साक्षी और नूपुर ने देश और बेटियों का गौरव बढ़ा चुकी हैं. अब इस सूची में दीया शर्मा का नाम भी शामिल हो गया है. 

नेशनल बॉक्सिंग चैंपियनशिप में जीती गोल्ड मेडल
मुक्केबाज दीया शर्मा ने हाल ही में रोहतक में आयोजित राष्ट्रीय मुक्केबाजी चैंपियनशिप में लगातार दूसरी बार स्वर्ण पदक जीता है. यही नहीं, उन्होंने दूसरी बार बेस्ट बॉक्सर का खिताब भी अपने नाम किया है. यानी दीया दो साल से लगातार नेशनल चैंपियनशिप में गोल्ड और बेस्ट बॉक्सर दोनों खिताब जीत रही हैं. 

गोल्डन गर्ल ने बताया सफलता का राज 
दीया शर्मा, जो अब ‘गोल्डन गर्ल’ के नाम से जानी जा रही हैं और वे बेहद खुश हैं. उन्होंने कहा, परिजनों का सहयोग और कोच की मेहनत ही मेरी सफलता का राज है. दीया ने यह भी कहा कि अब वह वर्ल्ड चैंपियनशिप की तैयारी करेंगी. साथ ही उन्होंने यह संदेश दिया कि यदि बेटियों को अवसर और परिवार का सहयोग मिले, तो वे किसी भी मुकाम को हासिल कर सकती हैं. 

कोच ने बताया सफलता का राज 
कोच संजय श्योराण ने बताया कि दीया जूनियर कैटेगरी की बॉक्सर हैं, लेकिन फिर भी लगातार दो साल नेशनल चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल और बेस्ट बॉक्सर का खिताब जीतना एक बड़ी उपलब्धि है. उन्होंने कहा कि अब दिया चीन में ट्रेनिंग लेगी और वर्ल्ड चैंपियनशिप की तैयारी करेगी. कोच ने यह भी कहा कि दिया की सफलता में उसकी मां का विशेष योगदान और अथक मेहनत रही है. 

लगातार दो वर्षों तक विजेता बनकर दीया ने यह साबित कर दिया है कि 'म्हारी बेटियां बेटों से कम नहीं'  जरूरत है तो बस उन्हें प्रोत्साहन देने की. फिर देखिए, कैसे मेहनत रंग लाती है और बेटियां देश का नाम रोशन करती हैं. ठीक वैसे ही जैसे दिया ने किया.

Input-Naveen Sharma 

Read More
{}{}