Haryana News: बीजेपी राज्यसभा सांसद रामचंद्र जांगड़ा ने शनिवार को भिवानी में दिए पहलगाम की वीरांगनाओं को लेकर दिए बयान पर विपक्षी द्वारा निशाना साधा जा रहा है. विपक्षी का कहना है कि आपत्तिजनक बयान को लेकर उन्हें इस्तीफे की मांग और साथ ही इस टिप्पणी को निंदनीय बताया. अपने दिए बयान को लेकर रामचंद्र जांगड़ा ने रविवार को रोहतक में सफाई दी.
आतंकी हाथ जोड़ने से नहीं छोड़ते
रामचंद्र जांगड़ा ने कहा कल अहिल्याबाई होलकर की जयंती के अवसर पर महिलाओं को मोटिवेट करने को लेकर बोला था. किसी अन्य संदर्भ में नहीं कहा था. विपक्ष कोई भी मतलब निकाले इससे फर्क नहीं पड़ता. उन्होंने कहा कि आतंकी आए थे, वे मारने के लिए आए थे. हाथ जोड़ने से नहीं छोड़ते, यही मेरा कहना था. सांसद ने कहा कि मेरे बयान का संदर्भ था कि अगर ऐसी परिस्थिति आ भी जाए तो मुकाबला करें.
मोटिवेशन की बात कही थी
उन्होंने कहा कि मैंने होलकर को लेकर मोटिवेशन की बात कही थी. कहा था महिलाओं को अहिल्याबाई होलकर के जीवन से प्रेरणा लेने की जरूरत है. उन्हें स्थितियों से मुलाबला करने की जरूरत है, इसके अलावा मेरा कोई मतलब नहीं था.
बता दें कि भाजपा सांसद ने एक कार्यक्रम के दौरान कहा था कि पहलगाम में अपना सिंदूर खोने वाली महिलाओं-बेटियों में वीरांगनाओं सा जज्बा नहीं था. अगर उनमें जज्बा होता तो वे लड़तीं. अगर वे लड़तीं तो पहलगाम में इतने लोग नहीं मरते. साथ ही तीनों आतंकवादी भी मारे जाते.
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INPUT: RAJ TAKIYA