Chandigarh blackout News: भारत और पाकिस्तान के बीच चल रहे युद्ध के बीच चंडीगढ़ प्रशासन ने सुरक्षा के लिए सख्त कदम उठाए हैं. चंडीगढ़ के DC निशांत कुमार यादव ने एक प्रेस वार्ता में मौजूदा स्थिति की जानकारी देते हुए बताया कि लोगों का सहयोग ब्लैक आउट के दौरान प्रशंसनीय रहा है. साथ ही प्रशासन अफवाहों पर लगाम लगाने में भी सफल रहा है.
ब्लैकआउट नियमों की जानकारी
DC ने कहा कि ब्लैकआउट के दौरान नागरिकों को पूरी सतर्कता बरतनी होगी. अगर रात के समय किसी तरह का रेड अलर्ट जारी होता है, तो सभी लाइटें बंद करनी है. इतना ध्यान देना है कि मोबाइल की रोशनी भी बाहर न जाए. इसके साथ ही खिड़कियां बंद कर ली जाएं और बालकनी या छत पर जाने बिल्कुल न जाएं. उन्होंने आगे बताया कि रेड अलर्ट सायरन 4 सेकंड तेज और 4 सेकंड धीमी आवाज के साथ लगातार 5 मिनट तक बजता है. इसका मतलब खतरा है. वहीं खतरा टल गया इसके लिए सायरन एक समान पिच पर बजता है, जिससे पता चलता है कि स्थिति नॉरमल हो गई है.
निर्देश और सावधानियां
1- वहीं जो लोग गाड़ियों में सफर कर रहे हो उन्हें तुरंत सुरक्षित जगह पर रुकना चाहिए और खुद को कवर करना चाहिए.
2- इसके अलावा सोलर लाइट्स और दुकानों के साइन बोर्ड तुरंत बंद कर दिए जाएं ताकि किसी तरह की रोशनी बाहर न जाए.
3- ब्लैकआउट के समय नियमों का पालन किसी भी शादी-पार्टी जैसे आयोजनों के दौरान भी करना है.
4- उन्होंने कहा कि 20 मौजूदा सायरनों की आवाज तेज कर दी गई है और नए सायरनों का भी ऑर्डर दिया गया है.
5- वहीं अगर किसी भी आपात स्थिति में लोगों को कुछ इलाकों से हटाया जाना पड़ा को वो भी किया जाएगा. इसके लिए होटल और धर्मशालाओं में व्यवस्था की गई है.
6- किसी भी तरह की आपात स्थिति में जरूरी सामानों की सप्लाई लाइन चालू कर दी गई है.
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शिक्षण संस्थानों और बाजारों के लिए आदेश
1- DC ने आगे जानकारी दी कि शुक्रवार और शनिवार को स्कूल और आंगनवाड़ी बंद रहेंगे. सोमवार को आगे का निर्णय लिया जाएगा।
2- सात ही राज्य में कोचिंग सेंटर बंद रखे जाएंगे.
3- आज शाम 7 बजे के बाद सभी बाजार, रेस्टोरेंट और बार बंद कर दिए जाएंगे, हालांकि मेडिकल स्टोर और आवश्यक सेवाएं खुली रहेंगी.
क्या है हेल्पलाइन नंबर
वहीं जो लोग प्रशासन के साथ सहयोग करना चाहते हैं उनके लिए कल टैगोर थिएटर में 3 घंटे की वॉलंट्री ट्रेनिंग आयोजित की जाएगी. इसके बाद इच्छुक लोगों को विशेष ड्यूटी सौंपी दी जाएगी. प्रशासन ने अपील की है कि लोग केवल आधिकारिक जानकारी पर विश्वास करें और अफवाहें न फैलाएं. किसी भी जानकारी के लिए आपातकालीन हेल्पलाइन नंबर 112 पर संपर्क करें.