trendingNow/india/delhi-ncr-haryana/delhiHaryana02729064
Home >>Delhi-NCR-Haryana

Haryana News: चरखी दादरी में CBI ने 22 लाख रुपए की रिश्वत लेते हुए रिटायर्ड कर्नल को रंगे हाथ पकड़ा

बीती देर रात, सीबीआई की एक टीम ने चरखी दादरी में एक रिटायर्ड कर्नल को 22 लाख रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ा. यह कार्रवाई एक अस्पताल को ECHS (एक्स-सर्विसमैन कंट्रीब्यूटरी हेल्थ स्कीम) पैनल में रखने के लिए पैसे मांगने के आरोप में की गई.

Advertisement
Haryana News: चरखी दादरी में CBI ने 22 लाख रुपए की रिश्वत लेते हुए रिटायर्ड कर्नल को रंगे हाथ पकड़ा
Deepak Yadav|Updated: Apr 24, 2025, 11:55 AM IST
Share

Haryana News: बीती देर रात, सीबीआई की एक टीम ने चरखी दादरी में एक रिटायर्ड कर्नल को 22 लाख रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ा. यह कार्रवाई एक अस्पताल को ECHS (एक्स-सर्विसमैन कंट्रीब्यूटरी हेल्थ स्कीम) पैनल में रखने के लिए पैसे मांगने के आरोप में की गई. रिटायर्ड कर्नल को पुलिस ने तुरंत गिरफ्तार कर बाढड़ा थाने ले जाया. सीबीआई टीम ने वहां पर उससे पूछताछ शुरू की. हालांकि, इस मामले में सीबीआई की ओर से कोई आधिकारिक जानकारी नहीं दी गई है.

सूत्रों के अनुसार, रिटायर्ड कर्नल, जो कि गांव चंदवास का निवासी है, राजस्थान के राजगढ़ में एक अस्पताल को ECHS पैनल में बनाए रखने के लिए पैसे मांग रहा था. उसने अस्पताल प्रबंधन से 22 लाख रुपए की मांग की थी. जब अस्पताल के संचालक ने पैसे देने से मना कर दिया, तो रिटायर्ड कर्नल ने उसे ECHS पैनल से निकाल देने की धमकी दी. अस्पताल संचालक ने इस मामले की शिकायत की, जिसके बाद सीबीआई की 20 सदस्यीय टीम ने कार्रवाई की योजना बनाई. चंडीगढ़ की सीबीआई टीम ने रिटायर्ड कर्नल को रंगे हाथों पकड़ने के लिए अस्पताल संचालक को पाउडर लगा कैश देकर भेजा. इसके बाद बुधवार देर रात करीब 20 सदस्यीय टीम ने आधा दर्जन गाड़ियों के साथ रेड मारी. 

ये भी पढ़ेंपहलगाम आतंकी हमले के विरोध में 25 अप्रैल को दिल्ली के सभी मुख्य बाजार बंद रहेंगे

चंडीगढ़ से इंस्पेक्टर नरेंद्र की अगुआई में हुई रेड के दौरान टीम के साथ बाढड़ा पुलिस भी मौजूद थी. रात करीब डेढ़ बजे, टीम ने गांव चांदवास से रिटायर्ड कर्नल को कैश के साथ पकड़ लिया. अब सीबीआई टीम बाढड़ा पुलिस थाने में रिटायर्ड अधिकारी से पूछताछ कर रही है. सूत्रों ने बताया है कि रिटायर्ड कर्नल सेना में रहते हुए ECHS पैनल का सदस्य था. रिटायर होने के बाद भी उसके संपर्क बने हुए थे. इसी का फायदा उठाते हुए वह अस्पताल से पैसे की डिमांड कर रहा था. 

Read More
{}{}