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Yamuna River Delhi: सरकार यमुना नदी को साफ करें या ना करें, लेकिन 'अर्थ वॉरियर' करके रहेगा, गंदगी की रिपोर्ट हिला देगी!

दिल्ली में यमुना नदी की सफाई को लेकर नई सरकार ने कमर कस ली है. मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने सत्ता संभालते ही इस दिशा में कदम बढ़ाए, ताकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के वादे को पूरा किया जा सके.

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Yamuna River Delhi: सरकार यमुना नदी को साफ करें या ना करें, लेकिन 'अर्थ वॉरियर' करके रहेगा, गंदगी की रिपोर्ट हिला देगी!
Yamuna River Delhi: सरकार यमुना नदी को साफ करें या ना करें, लेकिन 'अर्थ वॉरियर' करके रहेगा, गंदगी की रिपोर्ट हिला देगी!
PUSHPENDER KUMAR|Updated: Feb 23, 2025, 10:31 AM IST
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Earth Warrior is engaged in cleaning Yamuna: दिल्ली में यमुना नदी की सफाई को लेकर नई सरकार ने कमर कस ली है. मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने सत्ता संभालते ही इस दिशा में कदम बढ़ाए, ताकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के वादे को पूरा किया जा सके. हालांकि, सरकारी प्रयासों के अलावा कुछ लोग ऐसे भी हैं जो बिना किसी सरकारी सहायता के ही इस मुहिम को आगे बढ़ा रहे हैं. बिहार के सहरसा जिले के रहने वाले पंकज और उनकी टीम 'अर्थ वॉरियर' ऐसे ही लोगों में शामिल हैं, जो 2019 से यमुना की सफाई के लिए काम कर रहे हैं.

हर रविवार चलता है सफाई अभियान
पंकज ने बताया कि वो नोएडा में रहकर निजी कंपनी में काम करते है और उनकी टीम ने 'क्लीनिंग ड्राइव' नाम से एक विशेष अभियान शुरू किया है, जिसके तहत हर रविवार को यमुना किनारे सफाई की जाती है. यह सिर्फ एक सामान्य सफाई अभियान नहीं है, बल्कि एक जागरूकता अभियान भी है, जहां लोगों को पर्यावरण संरक्षण के महत्व के बारे में बताया जाता है. पंकज बताते हैं कि हम चाहते हैं कि लोग खुद आगे आकर अपनी नदियों की सफाई में योगदान दें, क्योंकि यह सिर्फ सरकार का नहीं, हम सबका कर्तव्य है.

सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट (STP) पर नजर
सफाई के अलावा 'अर्थ वॉरियर' की टीम दिल्ली में मौजूद 37 सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट (STP) की स्थिति पर भी नजर रखती है. पहले ये प्लांट ठीक से काम नहीं कर रहे थे, लेकिन अब सुधार हो रहा है. पंकज बताते हैं कि हम न सिर्फ STP, बल्कि कॉमन एफ्लूएंट ट्रीटमेंट प्लांट (CETP) और एफ्लूएंट ट्रीटमेंट प्लांट (ETP) को भी मॉनिटर करते हैं. इससे हमें यह समझने में मदद मिलती है कि आखिर गंदे पानी के निपटान की प्रक्रिया कितनी प्रभावी है.

सरकारी मदद नहीं, जनता का सहयोग
पंकज और उनकी टीम को इस काम के लिए सरकार से कोई आर्थिक मदद नहीं मिली, लेकिन जनता का पूरा समर्थन है. उनकी टीम में डॉक्टर, इंजीनियर, सामाजिक कार्यकर्ता और अन्य पेशेवर लोग शामिल हैं, जो अपने-अपने स्तर पर योगदान देते हैं. पंकज कहते हैं कि हम सब मिलकर यह काम कर रहे हैं, क्योंकि हमें यकीन है कि अगर हर व्यक्ति थोड़ा-थोड़ा योगदान दे, तो हम अपनी नदियों को बचा सकते हैं.

सरकार से सहयोग, पर बिना किसी राजनीतिक जुड़ाव के
दिल्ली की नई सरकार द्वारा यमुना सफाई अभियान शुरू किए जाने पर पंकज का कहना है कि वे इस मुहिम का समर्थन करते हैं और अगर जरूरत पड़ी, तो सरकार की मदद भी करेंगे. हालांकि, वे किसी भी राजनीतिक दल के बैनर तले काम नहीं करना चाहते. पंकज ने स्पष्ट कहा कि अगर हम सरकार से जुड़ जाएंगे, तो उनकी गलतियों को कौन उजागर करेगा? बहुत सारे एनजीओ सरकार से जुड़े हुए हैं, लेकिन हम एक स्वतंत्र समूह के रूप में काम करना चाहते हैं.

भविष्य की योजना: स्वच्छ नदियों का सपना
पंकज और उनकी टीम का अगला लक्ष्य पूरे देश में वेस्ट वॉटर और सीवेज ट्रीटमेंट की सही व्यवस्था सुनिश्चित करना है. वे चाहते हैं कि नदियों में जाने वाले सभी गंदे पानी को पहले शुद्ध किया जाए, ताकि जल प्रदूषण को रोका जा सके. हम सिर्फ यमुना के लिए नहीं, बल्कि देशभर की नदियों के लिए काम कर रहे हैं. हमारा सपना है कि भारत की अन्य सभी नदियां फिर से स्वच्छ और निर्मल बनें.

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