Crime News: लालच बुरी बला है.... ये बात बड़े बुजुर्गों, शिक्षकों और अनुभवी लोगों के मुंह से आपने अक्सर सुनी होगी लेकिन इस बात पर अमल कौन करता है? इसी बात का फायदा उठाकर ठग आपकी मेहनत की कमाई डकार जाते हैं. ऐसा ही एक मामला दक्षिण जिले के सीआर पार्क एरिया में सामने आया, जहां एक शख्स ने डबल पैसा कमाने के चक्कर में 40 लाख रुपये गंवा दिए. हालांकि जब मामला पुलिस तक पहुंचा तो न सिर्फ चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया, बल्कि भारी मात्रा में कैश, मोबाइल आदि बरामद कर लिया.
DCP अंकित चौहान के मुताबिक 6 जुलाई को एक शिकायतकर्ता ने सीआर पार्क पुलिस चौकी में ठगी की रिपोर्ट दर्ज कराई. उसने प्रॉपर्टी खरीदने के लिए अपने परिचितों से पैसे का इंतजाम कराया था. 4 जुलाई को उसकी मुलाकात कुछ व्यक्तियों से हुई, जिन्होंने बैंक में जमा पैसे के बदले डबल नकद देने का लालच दिया. बातों में आकर वह चित्तरंजन पार्क स्थित एक फ्लैट में उनसे मिलने चला गया, जहां और भी लोग मौजूद थे. भरोसा में लेने के लिए आरोपियों ने शिकायतकर्ता को बड़ी मात्रा में नकदी दिखाई. इसके बाद शिकायतकर्ता ने ऑनलाइन बैंकिंग के माध्यम से उनके खाते में 40 लाख रुपये ट्रांसफर कर दिए. बदले में उन्होंने पैसे से भरा एक बैग दिया, जिसे उसके सामने कैश काउंटिंग मशीन से गिना गया. हालांकि जब लौटने के बाद शिकायतकर्ता ने बाद में बैग खोला तो उसने पाया कि उसमें नकली नोट भरे हुए थे, जिन पर 'मनोरंजन बैंक ऑफ इंडिया' लिखा हुआ था. बाद में आरोपी अपने एड्रेस पर नहीं मिले.
पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू की और मुखबिर की निशानदेही पर साउथ दिल्ली की स्पेशल स्टाफ पुलिस ने इग्नू रोड, सैदुलाजाब इलाके में स्थित फ्लैट पर छापा मारकर 3 व्यक्तियों को गिरफ्तार कर लिया. इनकी पहचान निखिल श्रीवास्तव (24) प्रिंस पाल (20) और परवेज (43) के रूप में हुई. पूछताछ में उन्होंने अपराध कबूल कर लिया और उनकी निशानदेही पर 10 जुलाई को एक और आरोपी असगर खान उर्फ अख्तर खान उर्फ बंटी (39) को गिरफ्तार किया गया. आरोपियों के कब्जे से 1.25 करोड़ नकली करेंसी, कैश काउंटिंग मशीन, 7.5 लाख रुपये कैश, बैंक में जमा 4.50 लाख रुपये और 1 मोबाइल बरामद किया गया.
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DCP की अपील, झांसे में न आएं
पुलिस के मुताबिक आरोपी निखिल श्रीवास्तव पांचवी कक्षा तक पढ़ा है और पिछले कुछ वर्षों से दिल्ली में होटल व्यवसाय में कार्यरत है. कुछ समय से उसे व्यवसाय में घाटा हो रहा था. प्रिंस पाल ने 12वीं तक पढ़ाई की है. वह बेरोजगार है. लगभग एक महीने पहले वह निखिल से मिलने दिल्ली आया था, क्योंकि निखिल ने उसे होटल में नौकरी दिलाने का वादा किया था.
आरोपी परवेज अख्तर भी पांचवी तक पढ़ा है और लगभग तीन महीने पहले नौकरी की तलाश में दिल्ली आया था और ज़ाकिर नगर में अस्थायी रूप से रह रहा है. नसीम नाम के एक व्यक्ति के माध्यम से वह निखिल के संपर्क में आया था. इसके अलावा आरोपी असगर भी पांचवी तक पढ़ा है और लगभग एक साल पहले उसकी मुलाकात बिहार निवासी नसीम से हुई, जिसने उसे पैसे बदलने के बहाने ठगी करना सिखाया. DCP अंकित चौहान ने दिल्ली एनसीआर की जनता से अपील की है कि पैसा डबल करने वालों के झांसे में न आएं.