trendingNow/india/delhi-ncr-haryana/delhiHaryana02708321
Home >>Delhi-NCR-Haryana

Delhi Air Pollution: सुबह की सांस बनी मुसीबत, जानिए आपके इलाके का AQI

Delhi Air Pollution: दिल्ली के कई इलाकों में हवा बहुत खराब हो गई है. एक्सपर्ट्स का कहना है कि इसका सबसे बड़ा कारण गाड़ियों से निकलने वाला धुआं, बिल्डिंग बनाने के काम से उड़ने वाली धूल और आसपास के राज्यों में खेतों में जलाई जाने वाली पराली है.  

Advertisement
Delhi Air Pollution: सुबह की सांस बनी मुसीबत, जानिए आपके इलाके का AQI
Delhi Air Pollution: सुबह की सांस बनी मुसीबत, जानिए आपके इलाके का AQI
PUSHPENDER KUMAR|Updated: Apr 07, 2025, 07:40 AM IST
Share

Delhi Air Pollution: दिल्ली में वायु प्रदूषण एक बार फिर चिंता का विषय बन गया है. 7 अप्रैल 2025 की सुबह राजधानी के कई इलाकों में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 'खराब' श्रेणी में दर्ज किया गया. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के अनुसार दिल्ली का औसत AQI स्तर 171 पर पहुंच गया, जो 'बहुत खराब' माना जाता है.

दिल्ली के विभिन्न इलाकों में 7 अप्रैल की सुबह 6 बजे तक दर्ज किए गए AQI स्तर

  • आनंद विहार: 291 (गंभीर)​
  • अशोक विहार: 267 (गंभीर)​

इन आंकड़ों से स्पष्ट है कि दिल्ली के कई हिस्सों में वायु गुणवत्ता खतरनाक स्तर पर पहुंच गई है. विशेषज्ञों का कहना है कि बढ़ते वायु प्रदूषण का मुख्य कारण वाहनों से निकलने वाला धुआं, निर्माण कार्यों से उत्पन्न धूल और पड़ोसी राज्यों में पराली जलाने की घटनाएं हैं.​

वायु प्रदूषण से बचाव के लिए सुझाव

  1. मास्क का उपयोग करें: बाहर जाते समय N95 या समकक्ष मास्क पहनें ताकि हानिकारक कणों से बचा जा सके.​
  2. बाहरी गतिविधियों में कमी करें: प्रदूषण के उच्च स्तर वाले दिनों में बाहर की गतिविधियों को सीमित करें, विशेषकर बच्चों और बुजुर्गों के लिए.
  3. घर के अंदर वायु शुद्धिकरण: एयर प्यूरीफायर का उपयोग करें और घर के अंदर पौधे लगाएं जो वायु को शुद्ध करने में मदद करते हैं।.
  4. वाहनों का सीमित उपयोग: संभव हो तो सार्वजनिक परिवहन, साइकिल या पैदल चलने को प्राथमिकता दें ताकि वाहनों से होने वाले प्रदूषण को कम किया जा सके।.

पर्यावरण के लिए करें जागरूक
सरकार और स्थानीय प्रशासन को चाहिए कि वे वायु प्रदूषण को कम करने के लिए सख्त कदम उठाएं. जैसे कि निर्माण स्थलों पर धूल नियंत्रण, औद्योगिक उत्सर्जन की निगरानी और हरित क्षेत्रों को बढ़ावा देना आदि. नागरिकों की भी जिम्मेदारी है कि वे पर्यावरण के प्रति जागरूक रहें और प्रदूषण कम करने में अपना योगदान दें. दिल्ली की हवा की गुणवत्ता में सुधार के लिए सामूहिक प्रयासों की आवश्यकता है. यदि समय रहते ठोस कदम नहीं उठाए गए, तो यह समस्या आने वाले समय में और गंभीर हो सकती है.

ये भी पढ़िए- जहां झुग्गी, वहीं अब होगा नया फ्लैट! पढ़ें कौन से इलाकों में बनेंगे घर

Read More
{}{}